जैश ने दी फ्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रो को धमकी, पेश की पाकिस्तान की मिसाल
पेरिस। पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुलए मैंक्रो को धमकी दी है। भारत में पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले संगठन जैश ने मैंक्रो को ईशनिंदक करार दिया है। यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की तरफ से आतंकी संगठन घोषित जैश ने पाकिस्तान का उदाहरण पेश किया है और ऑनलाइन मैंक्रो को धमकाया है। आपको बता दें कि इस्लाम पर दिए गए बयान की वजह से मैंक्रो पिछले एक माह से मुसलमान देशों के निशाने पर हैं।
यह भी पढ़ें-ओबामा बोले-पाक आर्मी और अल-कायदा के बीच मिलीभगत
मुसलमानों से मांगा बलिदान
जैश ने एक आर्टिकल पोस्ट किया है जिसकी हेडलाइन है, 'मुसलमानों: मोहम्मद के सम्मान के लिए बलिदान दो।' आर्टिकल में लिखा है, 'अगर कोई ईशनिंदा का पाप करता है, तो वह अब्दुल्ल जैसे युवा पुरुषों को जन्म देता है। कोई भी मुसलमान आपको कुरान जलाने की मंजूरी या फिर मोहम्मद के खिलाफ ईशनिंदा की मंजूरी नहीं देगा।' जैश ने मैंक्रो को 'ईशनिंदक' करार दिया है। साथ ही उन्हें धमकी दी है कि फ्रांस के राष्ट्रपति और उनके जैसे दूसरे लोग उन तमाम लोगों का निशाना बनने के लिए तैयार रहें तो मोहम्मद के सम्मान के लिए अपना बलिदान देने को तैयार हैं। जैश की वेबसाइट पर इसके ऑनलाइन जरनरल अल कलाम में यह आर्टिकल आया है जिस पर किसी के साइन नहीं हैं। इसमें आगे लिखा है, 'अगर आज नहीं तो कल, अगर नहीं तो परसों, कुछ अब्दुल्ल चेचनी, मुमताज कादरी और गाजी पैदा होंगे।'
मैंक्रो के खिलाफ पाक में प्रदर्शन
अब्दुल
चेचनी
वही
युवक
है
जिसने
पेरिस
में
16
अक्टूबर
को
एक
टीचर
की
सिर
कलम
करके
हत्या
कर
दी
थी।
मुमताज
कादरी
ने
साल
2011
में
राजनेता
सलमान
तासीर
की
हत्या
कर
दी
थी।
वहीं,
गाजी
खालिद
ने
इस
वर्ष
जुलाई
में
ईशनिंदा
के
आरोपी
ताहिर
अहमद
नसीम
की
पाकिस्तान
के
कोर्ट
के
अंदर
हत्या
कर
दी
थी।
नसीम
एक
अहमदिया
मुसलमान
था।
फ्रेंच
राष्ट्रपति
इमैनुलए
मैंक्रो
ने
चार्ली
हेब्दो
मैगजीन
में
पैगंबर
मोहम्मद
के
कार्टून
का
समर्थन
किया
था।
इसके
बाद
पाकिस्तान
में
बड़े
पैमान
पर
उनके
खिलाफ
प्रदर्शन
हुए
थे।
रावलपिंडी
में
भारी
भीड़
इकट्ठा
हुई
जिसका
नेतृत्व
बरेलवी
सुन्नी
के
मौलाना
खादिम
हुसैन
रिजवी
कर
रहे
थे।
इसके
अलावा
राजधानी
इस्लामाबाद
में
भी
प्रदर्शन
हुए
थे।
मुख्य
हाइवे
पर
हुए
इन
प्रदर्शनों
में
मैंक्रो
के
पुतले
तक
जलाने
की
खबरें
थीं।
जैश
और
इसके
सरगना
मसूद
अजहर
को
यूएन
ने
मई
2019
में
बैन
कर
दिया
था।