ईरान ने अमेरिका जाने वाली जिस तेल टैंकर को 'चुराया', उसके सभी 24 क्रू मेंबर्स हैं भारतीय, क्या होगा उनका?
ईरान पर पहले भी अमेरिका व्यापारिक जहाजों को जब्त करने और उसपर हमला करने के आरोप लगा चुका है। तुर्की की एक कंपनी इस जहाज को ऑपरेट करती है।
Iran's navy seizes US oil tanker: ईरान की नौसेना ने 28 अप्रैल को ओमान की खाड़ी में 24 भारतीय चालक दल के सदस्यों के साथ एक मार्शल द्वीप-ध्वज वाले तेल टैंकर को जब्त कर लिया है, जो तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर व्यापक तनाव के बीच अमेरिका जा रहा था।
इस तेल टैंकर को कब्जे में लेने का मतलब वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण जलमार्ग पर कब्जा करना है, जिसके जरिए ईरान ने अमेरिका को संदेश देने की कोशिश की है।
अमेरिकी नौसेना के मध्यपूर्व स्थित 5वें बेड़े ने पोत की पहचान एडवांटेज स्वीट के रूप में की है, जिसमें 24 भारतीय क्रू मेंबर्स भी सवार हैं।
MarineTraffic.com के सैटेलाइट ट्रैकिंग डेटा ने इस जहाज को 27 अप्रैल की दोपहर को ओमान की राजधानी मस्कट के ठीक उत्तर में ओमान की खाड़ी में दिखाया था। यह जहज अभी-अभी कुवैत से आया ही था और अपने गंतव्य स्थान अमेरिका के ह्यूस्टन के लिए रवाना होने वाला था, जब ईरानी नेवी ने जहाज को जब्त कर लिया।
वहीं, जहाज द एडवांटेज स्वीट की तरफ से जो 'संकटकाल' जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि इंटरनेशनल वाटर में जहाज को ईरान की नेवी ने जब्त किया है।
अमेरिका ने की जहाज जब्त होने की पुष्टि
अमेरिकी नौसेना के पांचवें बेड़े ने एक बयान में कहा है, कि "ईरान की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है और क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए विघटनकारी है।" यूएस नेवी ने कहा, कि "ईरान को तुरंत तेल टैंकर छोड़ना चाहिए।"
नौसेना ने शुरू में कहा था, कि ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने जहाज को जब्त कर लिया था, लेकिन एक अमेरिकी नौसैनिक विमान ने बाद में पुष्टि की, कि ईरान की नौसेना ने जहाज पर कब्जा कर लिया है। अमेरीकी नौसेना के 5वें बेड़े के प्रवक्ता टिमोथी हॉकिन्स ने एसोसिएटेड प्रेस को इसकी जानकारी दी है।
ईरान की तरफ से क्या कहा गया?
ईरान की राज्य संचालित आईआरएनए समाचार एजेंसी ने कहा है, कि जहाज की जब्ती "फारस की खाड़ी में कल रात एक अज्ञात जहाज के एक ईरानी जहाज से टकरा जाने के बाद हुई, जिससे ईरानी चालक दल के कई सदस्य लापता और घायल हो गए हैं।" इसने कथित टक्कर में शामिल दूसरे जहाज की पहचान नहीं बताई है।
द एडवांटेज स्वीट 26 अप्रैल को फारस की खाड़ी में था, लेकिन इसके ट्रैक में कोई असामान्य व्यवहार नहीं दिखा, क्योंकि यह होर्मुज के जलडमरूमध्य से होकर गुजर रहा था, जहां से दुनिया में होने वाली व्यापारिक तेल का पांचवां हिस्सा गुजरता है।
ईरान ने जहाज से कुछ और सामानों की बरामदगी के बारे में भी बताया था, जो बाद में गलत साबित हुआ, जिसके बाद साफ हो गया है, कि अमेरिका से बातचीत करने के लिए ईरान, अमेरिकी जहाज को मोहरा बनाकर इस्तेमाल कर रहा है।
वहीं, समुद्री सुरक्षा फर्म ड्रायड ग्लोबल ने कहा है, कि ईरान की "फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी के भीतर परेशान करने वाली हरकत एक स्थापित पैटर्न के मुताबिक है, जिसने ईरान को जहाजों को विदेशी जहाजों को निशाना बनाते हुए देखा गया है।"
अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े ने कहा, कि ईरान ने पिछले 2 सालों में कम से कम पांच कॉमर्शियल जहाजों को जब्त किया है।
वहीं, जहाज को चलाने वाली तुर्की की मैनेजर कंपनी एटवांटेज टैंकर्स ने पुष्टि की है, कि जहाज के चालक दल के सभी 24 सदस्य भारतीय हैं। फर्म ने कहा है, कि "हमारे मूल्यवान चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा और कल्याण हमारी पहली प्राथमिकता है।" हालांकि, कंपनी की तरफ से कहा गया है, कि "इसी तरह के अनुभव बताते हैं कि ऐसी परिस्थितियों में जहाजों के चालक दल के सदस्यों को कोई खतरा नहीं है।" जहाज का सूचीबद्ध मालिक एक चीनी कंपनी प्रतीत होता है। (तस्वीर- प्रतीकात्मक)
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