सलमान रुश्दी पर हुए हमले से ईरान ने पल्ला झाड़ा, इन लोगों पर लगाया दोष, पद्म लक्ष्मी ने बताया बुरा सपना
वाशिंगटन, 15 अगस्तः चर्चित भारतवंशी लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क में हुए हमले में हाथ होने से ईरान ने इनकार किया है। तेहरान ने इस घटना में उसकी किसी भूमिका से साफ इनकार किया है। रुश्दी पर शुक्रवार को हुए हमले के बाद ईरान की ओर से जारी यह पहला सार्वजनिक बयान है। सलमान रुश्दी (75) पर गत 12 अगस्त को न्यूयॉर्क में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हादी मतार नाम के एक युवक ने चाकू से हमला कर दिया था। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। रुश्दी का अमेरिका के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ईरान पर ऐसे आरोप लगाना सही नहीं
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा, हमें नहीं लगता कि अमेरिका में लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले को लेकर उनके तथा उनके समर्थकों के अलावा किसी और को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। कनानी ने कहा, किसी को ईरान पर ऐसे आरोप लगाने का अधिकार नहीं है। इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने दावा किया था कि ईरान के सरकारी संस्थानों ने लेखक रुश्दी के खिलाफ काफी समय तक हिंसा भड़काई और सरकारी मीडिया ने भी हाल ही में उन पर हुए हमले की निंदा नहीं की।
हिज्बुल्लाह ने भी किया इंकार
रुश्दी पर हुए हमले के बाद कुछ ईरानी अखबारों ने इस घटना को अंजाम देने वाले हादी मतार की प्रशंसा की थी, जबकि इस हमले का संदिग्ध आरोपी हादी मतार मूल रूप से लेबनान का रहने वाला है। लेबनान में ईरान समर्थित हथियारबंद समूह हिज्बुल्लाह का काफी असर है। बहरहाल हिज्बुल्लाह ने भी सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले से कोई संबंध होने से साफ इनकार कर दिया है।
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पद्म लक्ष्मी ने किया ट्वीट
वहीं सलमान रुश्दी की पूर्व पत्नी पद्मा लक्ष्मी ने लेखक की सेहत को लेकर राहत भरी जानकारी दी है, जिसके मुताबिक, सलमान रुश्दी अब काफी अच्छी तरह से रिकवर कर रहे हैं। पद्म लक्ष्मी ने सलमान रुश्दी के स्वास्थ्य में लगातार हो रहे सुधार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अब वह अच्छा महसूस कर रही है क्योंकि सलमान वेंटीलेटर पर नहीं हैं। अपने ट्विटर अकाउंट पर, अमेरिकी टीवी शख्सियत पद्मा लक्ष्मी ने चाकू मारने के दिन को एक बुरा सपना बताया।
पूरी दुनिया में हो रही निंदा
इस बीच लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने वाले 24 वर्षीय संदिग्ध हादी मतार को एक अदालत में पेश किया गया जहां उसने अपना दोष स्वीकार नहीं किया। वहीं जिला अटॉर्नी जेसन श्मिट ने शनिवार दोपहर को आरोपी की पेशी के दौरान रुश्दी को लगीं चोटों का विवरण भी अदालत को प्रदान किया। जिसके मुताबिक, लेखक की गर्दन के सामने कि दाहिने हिस्से में तीन घाव, पेट में चार और दाहिनी आंख और छाती के अलावा दाहिनी जांघ का एक घाव शामिल है। श्मिट ने कहा कि रुश्दी पर हमला पूर्वनियोजित था। इस बर्बरता पूर्ण हमले की विश्व के नेताओं और साहित्यकारों ने कड़े शब्दों में निंदा की है।
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