इस बार हिलेरी क्लिंटन की सफलता में होगा भारतीयों का भी योगदान
अमेरिका में बसे 3.2 मिलियन भारतीय इस बार के चुनावों में अदा करेंगे एक निर्णायक भूमिका।
वाशिंगटन। बस 24 घंटों का समय बचा है जब अमेरिका में अगला राष्ट्रपति कौन होगा इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी। इन चुनावों में इस बार भारतीयों के कंधों पर भी बड़ी जिम्मेदारी है। अमेरिका में इस समय 12 लाख भारतीय हैं और निश्चित तौर पर ये भारतीय इस बार एक अहम निर्णायक की भूमिका में हैं।
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3.2 मिलियन भारतीय
अमेरिका में इस समय भारतीयों की जनसंख्या 3.2 मिलियन है और इस आबादी में 56 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा उन भारतीयों का है जो अमेरिकी नागरिक हैं। भारतीय अमेरिकी जनसंख्या में मौजूद एशियाई नागरिकों में एक तिहाई हिस्सा रखते हैं।
भारतीयों से पहले चीनी और फिलीपीन के नागरिक हैं। वर्ष 2013 के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय-अमेरिकी नागरिकों को 88,000 अमेरिकी डॉलर बतौर सैलरी मिलते हैं।
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सबसे ज्यादा समर्थन हिलेरी को
28 प्रतिशत भारतीय-अमेरिकी अमेरिका में विज्ञान और इंजीनियरिंग के सेक्टर से जुड़े हैं और दोनों ही सेक्टर सबसे ज्यादा कमाई वाले सेक्टर माने जाते हैं। प्यू रिसर्च की ओर से कुछ दिनों पहले एक रिपोर्ट जारी हुई थी।
इस रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका में बसे कुछ भारतीयों में से 65% भारतीय डेमोक्रेट पार्टी का समर्थन करते हैं यानी साफ तौर पर हिलेरी क्लिंटन को फायदा मिल सकता है।
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ट्रंप के लिए नुकसान
वहीं रिपब्लिकन पार्टी के समर्थन में 35% भारतीय ही हैं। यानी डोनाल्ड ट्रंप को साफ नुकसान। ट्रंप भले ही यह कहें कि वह हिंदुओं और हिंदु धर्म का सम्मान करते हैं, हकीकत यह है कि क्लिंटन के पक्ष में भारतीयों को बड़ा तबका है।
जो लोग अमेरिकी राजनीति को करीब से देखते हैं वे जानते हैं कि क्लिंटन ने हमेशा से भारतीयों को समर्थन किया है। उन्होंने हमेशा ही भारतीयों को अमेरिका की तरक्की के लिए योगदान दिया है।