भारतीय उच्चायोग ने कनाडा सरकार से कहा- 'तुरंत हटाएं मां काली का विवादित पोस्टर'
नई दिल्ली, 4 जुलाई: फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। साथ ही लगातार लोग लीना के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय उच्चायोग भी एक्शन में आ गया और कनाडा के अधिकारियों से मांग की है कि वो तुरंत इस पोस्टर को हटवाएं, क्योंकि इसमें हिंदू देवी का अपमान किया गया है।
इस मामले में भारतीय उच्चायोग ने बयान जारी करते हुए कहा कि कनाडा के हिंदू नेताओं ने हमारे पास इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर शिकायत की है। शिकायत में कहा जा रहा कि कनाडा में अंडर द टेंट प्रोजेक्ट के तहत एक पोस्टर प्रदर्शित किया गया है। इस डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर में हिंदू देवी मां काली का अपमान किया गया। उच्चायोग ने आगे कहा कि टोरंटो में मौजूद भारतीय अधिकारियों ने आयोजनकर्ताओं के सामने ये बात रख दी है। साथ ही अधिकारियों से इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई।
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आपको बता दें कि विवादित पोस्टर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री काली का है, जो दो जुलाई को रिलीज हुई। इस पोस्टर में मां काली के हाथ में सिगरेट दिखाई गई, जबकि उस पर LGBTQ का झंडा बना हुआ है। इसके बाद से ही लीना की गिरफ्तारी की मांग हो रही है। अभी वो टोरंटो में रह रही हैं। विवाद के बाद उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है, जब तक मैं जीवित हूं, मैं बैखौफ आवाज बनकर जीना चाहती हूं। इसकी कीमत अगर मेरी जिंदगी है, तो इसे भी दिया जा सकता है।
दिल्ली
पुलिस
के
पास
शिकायत
वहीं
दूसरी
ओर
ये
मामला
पुलिस
तक
भी
पहुंच
गया
है,
जहां
वकील
विनीत
जिंदल
ने
लीना
मणिमेकलई
के
खिलाफ
शिकायत
दर्ज
करवाई।
साथ
ही
उन
पर
धार्मिक
भावनाएं
आहत
करने
का
आरोप
लगाया
गया
है।