UNSC की बैठक की अध्यक्षता कर रहा था चीन, भारतीय विदेश मंत्री ने किया बहिष्कार, चीन को दिया सख्त संदेश
यूनाइटेड नेशंस की सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता चीन कर रहा था, जिसमें भारत की तरफ से विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भाग लिया। जबकि बाकी देशों की तरफ से विदेश मंत्रियों ने मीटिंग में हिस्सा लिया।
न्यूयॉर्क, मई 08: भारत ने यूनाइटेड नेशंस की मीटिंग के दौरान चीन को सख्त संदेश दिया है। यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग के दौरान भारत ने चीन की अध्यक्षता में होने वाली बैठक का बहिष्कार कर चीन को सख्त संदेश देने की कोशिश की है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें बाकी देशों के विदेश मंत्री हिस्सा ले रहे थे लेकिन बैठक में हिस्सा लेने से भारतीय विदेश मंत्री ने मना कर दिया। चीन की अध्यक्षता में होने वाली बैठक का बहिष्कार कर भारत ने चीन को सख्त दिया है।
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बैठक का बहिष्कार
दरअसल, यूनाइटेड नेशंस की सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता चीन कर रहा था, जिसमें भारत की तरफ से विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भाग लिया। जबकि बाकी देशों की तरफ से विदेश मंत्रियों ने मीटिंग में हिस्सा लिया। इस मीटिंग में ग्लोबल संकट के दौरान बहुपक्षीय भागीदारी पर चर्चा होनी थी। माना जा रहा है कि पिछले साल लद्दाख घाटी में चीनी सैनिकों द्वारा किए गये हिंसक हमले का भारत ने यूनाइटेड नेशंस के फोरम पर लोकतांत्रिक तरीके से चीन को जवाब दिया है।
बैठक में भारत का पक्ष
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने किया। उन्होंने इस बैठक के दौरान कहा कि कोराना महामारी के दौरान वैश्विक भागीदारी की जगह वैश्विक खामियां और गलतियां उजागर हुई हैं। भारत ने कहा कि 'जब विश्व को वायरस से मुकाबला करने के लिए एकजुट होना था, उस वक्त वैश्विक प्रतिक्रिया आने में काफी देर की गई, जिसका असर आज दिख रहा है और इसमें विस्तृत तरीके से बदलाव की जरूरत है।' इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान भारत ने वैक्सीन वितरण में असमानता का भी मुद्दा उठाया है। भारत ने कहा कि इस वक्त दुनिया को वैश्विक सहयोग और आपसी भागीदारी की जरूरत है।
पहले की बैठकों में शामिल थे जयशंकर
भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य है। भारत को इसी साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र परिषद की अस्थाई सदस्यता मिली थी और भारतीय विदेश मंत्री ने इससे पहले होने वाली तमाम बैठकों में हिस्सा लिया था। जनवरी में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता ट्यूनीशिया ने किया था जबकि फरवरी में बैठक की अध्यक्षता ब्रिटेन ने और मार्च में बैठक की अध्यक्षता वियतनाम ने की थी। इन तमाम बैठकों में भारतीय विदेश मंत्री ने शिरकत की थी। वहीं अभी दो और बैठकें भी चीन करने वाला है।