चीन ने कहा हमें जवाब देने के लिए भारत दलाई लामा का प्रयोग कर रहा
चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत पर दलाई लामा क प्रयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही चीन ने कहा है कि दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे से दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
बीजिंग। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे के खत्म होने जाने के बाद भी चीन अभी तक सदमे में हैं। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से अब नया बयान जारी किया गया है। इस बयान में चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत पर दलाई लामा क प्रयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही चीन ने कहा है कि दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे से दोनों देशों के संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
संबंधों पर पड़ा असर
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने कहा, 'दलाई लामा की अरूणाचल प्रदेश यात्रा का भारत-चीन संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। भारत को तिब्बत संबंधी मुद्दों पर प्रतिबद्धता का पालन करना चाहिए और चीन के हितों को कमजोर करने के लिए दलाई लामा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।' उन्होंने आगे कहा कि केवल यही एक रास्ता है जिसके जरिए 'दोनों देश सीमा विवाद को सुलझाने के लिए अच्छा माहौल तैयार कर सकते हैं।' चीन के प्रवक्ता की यह टिप्पणी शुक्रवार (14 अप्रैल) को भारतीय विदेश मंत्रालय के जवाब की पृष्ठभूमि में आयी है जिसमें कहा गया था कि तिब्बत के चीन का हिस्सा होने के संबंध में नयी दिल्ली की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। दलाई लामा चार से 11 अप्रैल तक अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर थे।
दौरा खत्म होने के बाद भी आया बयान
11 अप्रैल को दलाई लामा का दौरा खत्म होने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया था। इस बयान में भी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने कहा था कि दलाई लामा की ओर से दिए गए राजनीतिक बयान और विवादित हिस्से में उनके साथ भारतीय अधिकारियों का होना पहले ही इस हिस्से में धार्मिक गतिविधियों को बढ़ा चुका है। ल्यू ने कहा चीन अपनी संप्रभुता की सुरक्षा के लिए और कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि चीन ने भारत के सामने इस बात को रख चुका है। राष्ट्रीय सुरक्षा और अपने सीमाई क्षेत्रों की संप्रभुता के लिए चीन आगे कार्रवाई कर सकता है। ल्यू ने कहा कि दलाई लामा के 'असम्मानजनक काम' की वजह से भारत और चीन के बीच सीमाई विवाद पर नकारात्मक असर पड़ेगा।