चीन से दोगुनी रफ्तार में हुआ है भारत की जनसंख्या में इजाफा
न्यूयॉर्क। यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन की आबादी की अगर तुलना करें तो वर्ष 2010 से 2019 के बीच भारत की आबादी में दोगुनी तेजी से इजाफा हुआ है। यूएन ने अपनी रिपोर्ट यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) में साल 2018 में दुनिया की जनसंख्या की तस्वीर पेश की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की जनसंख्या में 1.1 प्रतिशत की दर से हर वर्ष इजाफा हुआ है। वहीं चीन की आबादी 1.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी।
भारत की युवा आबादी को मिलें सभी संसाधन
साल 2019 में दुनिया की आबादी 7.715 बिलियन पहुंच गई है जबकि साल 2018 में यह 7.633 बिलियन थी। वहीं जीवन जीने की आयु 72 वर्ष ही है। जो देश सबसे कम विकसित हैं, वहां पर जनसंख्या दर सबसे ज्यादा है। अफ्रीका में हर वर्ष औसतन 2.7 प्रतिशत की दर से जनसंख्या में इजाफा हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को अपनी बूढ़ी होती जनसंख्या की जरूरतों पर ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही इस बात पर भी गौर करना होा कि भारत की युवा आबादी को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य और ऐसे मौके जरूर मिलें कि वे समाज का आर्थिक तरक्की में योगदान कर सकें।
दूसरे देशों से सीखने की सलाह
रिपोर्ट में युवाओं को मिलने वाले रोजगार पर भी चिंता जताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में रोजगार स्थिति नाजुक है क्योंकि सार्वजनिक नीतियों जैसे पेंशन और सेवा को उम्रदराज लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। भारत में अब युवाओं पर ध्यान देने की जरूरत है। यूएनएफपीए इंडिया के ऑफिसर-इन-चार्ज की कालुस बेक ने कहा कि भारत के पास अभी समय है कि वह दूसरे देशों से सीखने की कोशिश करे और खुद को तैयार करे।