म्यांमार में पूर्व ब्रिटिश राजदूत को एक साल की कैद, जुर्म सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान
नेपीदाव, 04 सितंबरः म्यांमार में पूर्व ब्रिटिश राजदूत विकी बॉवमैन और उनके पति को पिछले सप्ताह गिरफ्तार करने के बाद अब एक-एक साल की सजा सुनाई गई है। बॉवमैन के पति हतीन लीन म्यांमार के जाने-माने कलाकार हैं। दोनों को एक साल कैद की सजा सुनाई गई है। कूटनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार की सेना नियंत्रित एक अदालत के इस फैसले से ब्रिटेन के साथ म्यांमार के संबंध और तनावपूर्ण होने वाले हैं।
म्यांमार में 5 साल राजदूत रहीं विकी बॉवमैन
विकी बॉवमैन 2002 से 2006 तक म्यांमार में ब्रिटिश राजदूत थीं। उन्हें और उनके पति को बीते 24 अगस्त को आव्रजन कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब से उन्हें यंगून में हिरासत में रखा गया था। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने म्यांमार में अपना एक दूसरा पता भी रजिस्टर्ड कराया हुआ था। दोनों शान प्रांत स्थित कालाव में हतीन लिन के घर पर रह रहे थे। जबकि उन्होंने अपना पता यंगून के एक अपार्टमेंट का भी दर्ज करा रखा था।
गलत पता दर्ज कराने की मिली सजा
गलत पता दर्ज कराने के आरोप में बॉवमैन और उनके पति को पांच साल तक कैद सुनाई जा सकती थी। लेकिन कोर्ट ने उन्हें एक साल की जेल सुनाई है। इससे पहले बताया गया था कि दोनों पर लगे इल्जाम की सुनवाई 6 सितंबर को होगी लेकिन म्यांमार की अदालत ने मामले को फास्ट ट्रैक करने का फैसला किया। गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार को ही म्यांमार की एक सैन्य-संचालित अदालत ने भी पूर्व नेता आंग सान सूची को चुनावी धोखाधड़ी के आरोप में तीन साल की और जेल की सजा सुनाई है।
हमेशा से मुखर रही हैं बोमन
विक्की बोमन हमेशा से ही मुखर रही हैं। उन्होंने सैन्य सरकार के उठाए गए कुछ कदमों की भी आलोचना की है जिन्होंने यहां अर्थव्यवस्था पर असर डाला है। उन्होंने तख्तापलट के बाद से म्यांमार के कई सेमिनारों में ये बात की है, हालांकि आम तौर पर वह सैन्य सरकार की किसी भी खुली आलोचना से बचने के लिए हमेशा सावधान रही हैं। अब तक बोमन ने कोई भी ऐसी सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है जो सैन्य सरकार को उत्तेजित कर सकती थी।
सजा मिलने से हैरान हुए लोग
ऐसे में विश्लेषक इस गिरफ्तारी के पीछे कोई और ही कारण होने की बात कह रहे हैं। चूंकि इससे पहले भी इस देश में कई विदेशियों ने वीजा से अधिक समय बिताया है, अक्सर कई महीनों तक, या अधिकारियों को सूचित किए बगैर पते बदल दिए हैं, लेकिन म्यांमार में ऐसे अपराधों के लिए मुकदमा लगभग अनसुना है। इस मामले में आमतौर पर एक छोटा सा जुर्माना मामले को सुलझा देने के लिए काफी होता है।
ब्रिटेन के लिए कूटनीतिक चुनौतियां बढ़ीं
विश्लेषकों के मुताबिक, इस घटना से म्यांमार में ब्रिटेन के लिए कूटनीतिक चुनौतियां बढ़ गई हैं। सैनिक शासकों ने बीते जुलाई में ब्रिटेन के कार्यवाहक राजदूत को देश से निकाल दिया था। हाल में म्यांमार सरकार ब्रिटिश कूटनीतिकों को वीजा देने में भी देर करती रही है। कुछ विश्लेषकों के मुताबिक, ये सारी कार्रवाइयां ब्रिटेन की तरफ से म्यांमार पर लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब में की गई हैं।
अमेरिका
में
'बाबा
का
बुलडोजर'
देख
नाराज
हो
गए
सांसद,
बोले-
ये
सब
यहां
बिल्कुल
नहीं
चलने
देंगे