22 साल बाद चीन में खतरनाक बाढ़, 33 नदियां खतरे के निशान से ऊपर, 141 लोग लापता
बीजिंग। चीन इस समय दशकों में आई सबसे भयानक बाढ़ का सामना कर रहा है। यहां पर 33 नदियां अपने खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुकी हैं। लाखों लोग प्रभावित हैं तो सैंकड़ों गायब हैं। वहीं देश की जनता में रिलीफ फंड को लेकर नाराजगी है। लोगों के आरोप हैं कि इतनी खतरनाक बाढ़ के बाद भी जो राहत राशि दी गई है वह बहुत कम है। बताया जा रहा है कि अब तक 3.8 करोड़ लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा चुका है।
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1998 में हो गई थी 3,000 लोगों की मौत
चीन में मूसलाधार बारिश ने सब-कुछ तहस नहस कर दिया है। लोगों के घर नष्ट हो चुके हैं और लाखों लोग बेघर हैं। चीन में 22 साल पहले इस तरह की खतरनाक बारिश का सामना लोगों ने किया था। देश में नेशनल इमरजेंसी रेस्पॉन्स को दूसरे सर्वोच्च स्तर का कर दिया गया है। सन् 1998 में चीन में भयानक बाढ़ आई थी जिसमें 3,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। सोमवार को चीन के जल संसाधन मंत्रालय ने 433 नदियों के लिए बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट जून से ही जारी है और 33 नदियां पहले ही एतिहासिक तौर पर खतरनाक स्तर से ऊपर बह रही हैं।
74 फीट ऊपर गया झील का स्तर
पूर्वी प्रांत जियांग्सी में अथॉरिटीज ने युद्धस्तर पर वॉर्निंग जारी है। यहां पर प्योयांग झील, का स्तर 74 फीट ऊपर चला गया है। सन् 1998 के बाद इस झील के स्तर पर इतना इजाफा देखा गया है। प्योयांग झील, चीन में ताजे पानी की सबसे बड़ी झील है। यहां से अब तक 400,000 लोगों को निकाला गया है। जियांग्सी का पड़ोसी प्रांत अनहुई भी बाढ़ से सबसे ज्याद प्रभावित होने वाला प्रांत है। बताया जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह लोगों की जिंदगियों और संपत्ति को बचाने के लिए अपना सब-कुछ झोंक दें। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है।