न अमेरिका न रूस किसी तीसरे देश में मिलेंगे ट्रंप और पुतिन, यूरोप के नेता मीटिंग से पहले परेशान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की मुलाकात जल्द ही होगी। अमेरिकी और रूसी अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई है कि दोनों की मुलाकात से जुड़ी सभी जानकारियों को जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की मुलाकात जल्द ही होगी। अमेरिकी और रूसी अधिकारियों की ओर से जानकारी दी गई है कि दोनों की मुलाकात से जुड़ी सभी जानकारियों को जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। दोनों नेता न अमेरिका में मुलाकात करेंगे और न ही रूस में बल्कि दोनो की मुलाकात किसी तीसरे देश में होगी। रूस की राजधानी मॉस्को में बुधवार को एक मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में ट्रंप के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) जॉन बोल्टन समेत कई अधिकारी शामिल थे।
जल्द ही सामने आएगी और जानकारी
गुरुवार को दोनों की मुलाकात के बारे में हर जानकारी को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि ये मुलाकात फिनलैंड की राजधानी हेलेसिंकी में हो सकती है। वहीं ट्रंप की मानें तो मीटिंग के लिए ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना भी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। पुर्तगाल के राष्ट्रपति से मुलाकात करते समय ट्रंप ने ओवल ऑफिस से कहा, 'ऐसा लग रहा है कि हम जल्द ही मुलाकात करेंगे और मैं पहले दिन से ही कहता आ रहा हूं कि रूस और चीन के साथ बेहतर संबंध बहुत ही अच्छी बात है।' ट्रंप की मानें तो यह न केवल दुनिया के बल्कि अमेरिका के लिए भी काफी अच्छा होगा। इसके साथ ही उन्होंने इस मुलाकात से जुड़ी तमाम चिंताओं को दरकिनार कर दिया।
यूरोप की चिंताएं बढ़ीं
मार्च में ट्रंप और पुतिन की फोन पर बात हुई थी और इसके बाद से ही दोनों की मुलाकात के बारे में चर्चा होने लगी थी। दोनों की मुलाकात ने हालांकि यूरोप के नेताओं में चिंता की लहर पैदा कर दी है। यूरोपियन नेताओं का मानना है कि इस मुलाकात के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस को अलग-थलग करने की कोशिशों पर लगाम लग जाएगी। वहीं ट्रंप के एनएसए बोल्टन की मानें तो यह मुलाकात काफी फायदेमंद साबित होगी। ट्रंप जुलाई में नाटो मीटिंग के लिए बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में होंगे और यहां पर वह अपने यूनाइटेड किंगडम के दौरे की योजना पर काम करेंगे।