अगस्त के अंत तक यूरोप में 90% नए कोरोना मामलों का कारण बनेगा डेल्टा वेरिएंट: रिपोर्ट
नई दिल्ली, 23 जून। दुनियाभर के लोग सिर्फ इस खुशखबरी के इंतजार में है कि कब उन्हें जानलेवा महामारी कोरोना वायरस से छुटकारा मिलेगा, लेकिन जिस तेजी से कोविड अपना रूप बदल रहा है उससे लगता है कि अभी लड़ाई लंबी चलेगी। हाल ही में एक और चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया कि इस वर्ष अगस्त के अंत तक कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से यूरोप में 90 फीसदी मामलों के लिए जिम्मेदार होगा। यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) ने बुधवार को यह दावा कर दुनियाभर में खलबली मचा दी।
यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) के निदेशक एंड्रिया अम्मोन ने एक बयान में कहा, इसकी बड़ी संभावना है कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट गर्मियों के मौसम में तेजी से पैर पसारेगा और इसकी चपेट में खासकर वो युवा आएंगे जो टीकाकरण से वंचित हैं। डेल्टा स्ट्रेन कोविड के अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। हमारा अनुमान है कि अगस्त के अंत तक यह यूरोपीय संघ में नए मामलों के 90 प्रतिशत संक्रमण के मामलों की वजह बनेगा।
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ईसीडीसी का अनुमान है कि डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2), अल्फा वेरिएंट (B.1.1.7) की तुलना में 40 से 60 प्रतिशत अधिक संक्रामक है। बता दें कि अल्फा वेरिएंट पहली बार यूके में खोजा गया था, जो वर्तमान में यूरोपीय संघ में फैल रहे महामारी कोरोना वायरस का प्रमुख स्ट्रेन है। एजेंसी के अनुसार डेल्टा वेरिएंट यूरोप में 70 प्रतिशत नए SARS-CoV-2 संक्रमण अगस्त की शुरुआत तक और अगस्त के अंत तक 90 प्रतिशत मामलों का कारण बनेगा। ईसीडीसी ने कहा कि महामारी के प्रसार को रोकने और स्वास्थ्य प्रभाव को कम से कम करने के लिए टीकाकरण में युद्ध स्तर की तेजी लानी होगी। आंकड़ों की मानें तो वर्तमान में यूरोपीय संघ में 80 से अधिक उम्र के लगभग 30 फीसदी और 60 से अधिक आयुवर्ग के करीब 40 प्रतिशत लोगों को कोविड का टीका नहीं लगा है।