ब्रिटेन में कल से शुरू होगा कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल, सरकार ने की घोषणा
लंदन। ब्रिटेन में गुरुवार से इंसानों पर कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ तैयार की गई वैक्सीन का ट्रायल शुरू होने जा रहा है। इस बात की घोषणा ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने की है। वहीं ऑक्सफोर्ड टीम के एक सदस्य ने कहा कि अगर ये परीक्षण सफल होते हैं, तो इस साल शरद ऋतु तक उपयोग के लिए लाखों वैक्सीन उपलब्ध हो सकते हैं। इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने तैयार किया है और इसके लिए ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को 20 मिलियन पाउंड्स (189 करोड़ रुपये के करीब) खर्च करने की घोषणा भी की है।
ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस वैक्सीन तैयार करने के लिए सबकुछ करने को तैयार है। क्योंकि यह कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। हैनकॉक ने आगे कहा कि अगले फेज की तैयारी के लिए ब्रिटिश सरकार इंपीरियल कॉलेज लंदन को वैक्सीन पर रिसर्च करने के लिए 22.5 (210 करोड़ से ज्यादा) मिलियन पाउंड देगी।
उन्होंने आगे कहा, 'वैसे तो वैक्सीन को तैयार करने में वर्षों का समय लग जाता लेकिन ब्रिटेन इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे खड़ा है। हमने किसी भी देश की तुलना में इसकी वैक्सीन ढूंढ़ने के लिए सबसे अधिक पैसे खर्च किए हैं। इससे ज्यादा जरूरी और कुछ नहीं हो सकता है। वैक्सीन का उत्पादन ट्रायल और गलतियों के लिए ही होता है लेकिन ब्रिटेन इसका पुख्ता इलाज पाने के लिए कुछ भी देने को तैयार है।'
बता दें सरकार की इस घोषणा से पहले तक देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17,337 हो गई है। जबकि कुल 1,25,856 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को 828 और लोगों के मरने की जानकारी दी है। यहां कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
कोरोना वायरस महामारी के कारण अब तक दुनियाभर में 1 लाख 70 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,06,737 यूरोप से हैं। अमेरिका में 42,364 लोगों की जान जाने के साथ ही सबसे ज्यादा मृत्युदर दर्ज की गई है। वहीं 24,114 लोगों की जान इटली में और 21,282 लोगों की जान स्पेन में गई है। फ्रांस में 20,265 लोगों ने इस बीमारी से जान गंवाई है।
दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 24 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि इस संख्या के और बढ़ने की संभावना है। क्योंकि बहुत से देश केवल बेहद गंभीर मामलों की ही जांच कर रहे हैं। बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अधिकांश देशों में लॉकडाउन लगा हुआ है। जिससे अर्थव्यवस्था को भी गंभीर नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके मामलों में कोई कमी आती नहीं दिख रही।
कोरोना
का
कहर
जारी,
24
घंटों
में
सामने
आए
1383
नए
केस,
संख्या
बढ़कर
हुई
19,984