कोरोना से बुरी तरह जूझ रहा है भारत, मदद के लिए कई देशों ने बढ़ाया हाथ, दुनिया में भारत के लिए दुआएं
कोरोना वायरस से जूझते भारत की मदद के लिए फ्रांस, रूस, चीन, इजरायल और अमेरिका के साथ कई देश सामने आए हैं।
नई दिल्ली, अप्रैल 23: भारत में कोरोना वायरस खतरनाक हो चुका है और हर दिन कोरोना वायरस के 3 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं को भारत में हर दिन 2 हजार से ज्यादा लोगों की जान भी कोरोना वायरस की वजह से जा रही है। भारत में ऑक्सीजन और बेड के लिए कोरोना मरीज तड़प रहे हैं, ऐसे वक्त में भारत की मदद के लिए कई दोस्त देशों ने मदद का हाथ बढ़ाया है तो भारत के लिए पूरी दुनिया में दुआएं की जा रही हैं। दुनिया भर के कई देशों के नागरिक भारत को कोरोना वायरस से बचाने के लिए भगवाएं से प्रार्थना कर रहे हैं और कई देशों ने भारत की तरफ मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
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इजरायल में भारत के लिए दुआएं
इजरायल भारत का दोस्त देश हैं और भारत को लेकर इजरायल की जनता भगवान से प्रार्थना करती नजर आ रही है। इजरायल में भारत के लिए संवेदनाएं प्रकट की जा रही हैं। इजरायल के ऑफिसिलय ट्विटर हैंडल पर भारत के लिए प्रार्थना करते हुए लिखा गया है कि हम कोरोना के खिलाफ अपने अच्छे दोस्त भारत के साथ खड़े हैं। इजरायल ने भारत के लिए दुआएं मांगते हुए कहा है कि अंधकार रूपी सुरंग के अंत में प्रकाश है। आपको बता दें कि इजरायल ने कोरोना के खिलाफ जंग जीतने का ऐलान किया है और इजरायल दुनियया का वो इकलौता देश है जिसने मास्क लगाने पर प्रतिबंध हटा दिया है।
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हर संभव मदद को तैयार फ्रांस
कोरोना के इस विकट काल में भारत की मदद करने के लिए फ्रांस पूरी ताकत के साथ खड़ा नजर आ रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि हम सभी इस वक्त भारत के साथ हैं और भारत के लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं। इसके साथ ही फ्रांस सरकार ने भारत को मदद करने का आश्वासन दिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि 'मैं कोरोना का सामना कर रहे भारतीय लोगों के साथ एकजुट होकर साथ आने का संदेश देता हूं। मैं भारत के लोगों से कहना चाहता हूं कि इस विकट परिस्थिति में मैं आपके साथ हूं। हम हर तरह से भारत की मदद करने के लिए तैयार हैं।'
'भारत की मदद करें बाइडेन'
अमेरिका के कई सांसदों ने जो बाइडेन प्रशासन से भारत की मदद करने को कहा है। अमेरिका के डेमोक्रेटिक सांसद एड मार्के ने बाइडेन प्रशासन से भारत की मदद करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका को चाहिए कि वो फौरन भारत की मदद करे। सीनेट मार्को ने कहा कि इस वक्त अमेरिका में वैक्सीन काफी ज्यादा मात्रा में है लेकिन अमेरिका भारत की मदद करने से इनकार कर रहा है। सीनेट मार्को ने जो बाइडेन प्रशासन से अपील की है कि संकट की इस घड़ी में अमेरिका अपने संसाधनों के साथ भारत की मदद करे और अमेरिका का ये नैतिक दायित्व भी है। आपको बता दें कि कोरोना के दूसरे लहर के दौरान अमेरिका का रवैया भारत को लेकर नकारात्मक रहा है। अमेरिका ने कोरोना वैक्सीन बनाने का रॉ-मैटेरियल की सप्लाई रोक रखी है, जिसका असर आने वाले वक्त में वैक्सीनेशन पर पड़ सकता है।
मदद को सामने आया दुश्मन चीन
भारत में महामारी की स्थिति पर गुरुवार को चीनी राज्य मीडिया के एक प्रश्न के जवाब में, चीनी विदेश मंत्रालय के ने कहा कि बीजिंग भारत की हर मदद करने के लिए तैयार है। "कोविड -19 महामारी सभी मानव जाति का सामान्य दुश्मन है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को महामारी से लड़ने के लिए एकजुट होने की जरूरत है। चीनी पक्ष ने कहा कि भारत में महामारी की स्थिति गंभीर है और महामारी की रोकथाम और चिकित्सा आपूर्ति की अस्थायी कमी है। हम भारत को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं ताकि वे महामारी को नियंत्रित कर सकें। हालांकि यह तुरंत पता नहीं लगाया जा सकता है कि बीजिंग ने आधिकारिक तौर पर नई दिल्ली को मदद का प्रस्ताव बढ़ाया है या नहीं।
रूस ने ऑक्सीजन का दिया ऑफर
भारत के सबसे पुराने दोस्त ने भारत में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए भारत सरकार के सामने ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर इंजेक्शन देने की पेशकश की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अगल 15 दिनों में भारत में रेमडेसिवीर इंजेक्शन आना शुरू हो जाएगा। रूस ने भारत से कहा है कि वो हर हफ्ते 3 लाख से 4 लाख रेमडेसिवीर इंजेक्शन की डोज भारत को आपूर्ति कर सकता है और अगर भारत को और ज्यादा जरूरत होगी तो रूस आपूर्ति बढ़ाने की और कोशिश करेगा। सरकारी सूत्रों के मुताबिक जल्द ही हवाई जहाजों के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति रूस से शुरू हो जाएगी।
भारत में टूटे पिछले रिकार्ड
आपको दें भारत कोरोना महामारी की एक खतरनाक दूसरी लहर का सामना कर रहा है, अचानक बढ़ी मरीजों की संख्या में कारण स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचा नाकाफी साबित हो रहा है। भारत में पिछले 24 घंटों में 314,835 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज हुए है जो पिछले साल महामारी शुरू होने के बाद दुनिया में एक दिन में दर्ज होने सर्वाधिक मामले हैं। इसी अवधि में भारत में बीमारी से मरने वालों की संख्या 2,104 हो चुकी है। यूएस-आधारित जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के कोविड -19 ट्रैकर के अनुसार, भारत में अब लगभग 16 मिलियन है, जो अमेरिका की लगभग 32 मिलियन की गिनती के बाद दूसरे स्थान पर है।
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