'कॉक्रोच ब्रेड' जिसमें है सबसे अधिक प्रोटीन
धीरे-धीरे भोजन में कीड़ों के इस्तेमाल को पसंद किया जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार दुनिया के दो अरब लोगों के भोजन में कीड़े शामिल हैं.
लॉरेन मेनेगन और जेन्तज़ेन कीड़ों से बने केक, हेल्थ बार और तेल बनाने का काम कर रहे हैं.
लेकिन कॉक्रोच ब्रेड फ़िलहाल ब्राज़ील की दुकानों तक नहीं पहुंचा है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी कीड़े खाने की इजाज़त नहीं देते, हालांकि इन्हें जानवरों को खिलाया जा सकता है.
अगर आप थोड़ी देर रुक कर ऊपर की तस्वीर को देखेंगे तो शायद आपको लगेगा , ये कोई आम ब्रेड ही है. लेकिन ये साधारण ब्रेड नहीं है बल्कि कॉक्रोच से बना ब्रेड है.
सही शब्दों में कहें तो ब्रेड बनाने के लिए जिस आटे का इस्तेमाल हुआ है उसमें सूखे कॉक्रोचों से बना आटा मिलाया गया है.
लेकिन आख़िर रसोई और स्टोरहाउस में दिखाई देने वाले इस कीड़े से आटा बनाने और फिर उससे ब्रेड बनाने का ख्याल किसे और क्यों आया होगा?
इसे तैयार किया है ब्राज़ीली शोधकर्ताओं की एक टीम ने जो दुनिया में खाने की कमी की समस्या के साथ-साथ भविष्य के लिए एनिमल प्रोटीन से भरे पौष्टिक खाने की तलाश कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार साल 2050 तक दुनिया की जनसंख्या 9.7 अरब हो जाएगी.
शोधकर्ताओं का कहना है कि यही कारण है कि अब खाने में कीड़ों को भी शामिल करने का वक़्त आ गया है. वो कहते हैं कीड़े आसानी से मिलते हैं, प्रोटीन से भरे होते हैं और इनकी क़ीमत भी कम होती है.
दक्षिण-पूर्व एशिया के कई हिस्सों में ये भोजन का अहम हिस्सा बन चुके हैं.
लेकिन तस्वीर में जो ब्रेड है वो आपके-हमारे किचन में दिखने वाले आम कॉक्रोच से नहीं बना है बल्कि एक कॉक्रोच की एक ख़ास तरह की प्रजाति से बना है. इस प्रजाति को कहते हैं लोकस्ट कॉक्रोच (नोफीटा सिनेरा) और ये उत्तर अफ्रीका में मिलता है.
ये आसानी से बढ़ते हैं और इनका प्रजनन भी जल्दी होता है.
लेकिन सवाल ये उठता है कि दुनिया में हज़ारों तरह के कीड़े-मकोड़े हैं, खाने के लिए कॉक्रोच ही क्यों?
इसका मुख्य कारण है - ये प्रोटीन के लिए रेड मीट से भी बेहतर उपाय है. जहां रेड मीट का 50 फ़ीसदी हिस्सा प्रोटीन होता है. इसका 70 फ़ीसदी सिर्फ प्रोटीन होता है. कॉक्रोच हज़ारों सालों से दुनिया में हैं और इस कारण इवोल्यूशन के पूरे दौर से होते हुआ आज के दौर तक पहुंचे हैं.
दक्षिण ब्राज़ील के फेडेरल यूनिवर्सिटी ऑफ़ रियो ग्रांद में फूड इंजीनियर आंद्रीसा जेन्तज़ेन कहती हैं, "वातावरण से तालमेल मिलाने और लाखों सालों तक ज़िंदा रहने के लिए कॉक्रोचों ने ज़रूर कुछ ख़ास गुण अपनाए होंगे."
प्रोटीन से भरे ब्रेड
फूड इंजीनियर लॉरेन मेनेगन के साथ मिल कर जेन्तज़ेन कॉक्रोचों को सुखा कर उनका आटा बनाने में कामयाब हुईं. इस आटे की क़ीमत थी 51 अमरीकी डॉलर (यानी 3,700 रुपए) प्रति किलो.
लेकिन ब्रेड बनाने के लिए कॉक्रोच के आटे का मात्र 10 फ़ीसदी ही इस्तेमाल हुआ, इसे साधारण गेंहू के आटे में मिलाया गया. हालांकि इससे भी काम नहीं बना.
जेन्तज़ेन ने बीबीसी को बताया, "थोड़ी मात्रा में इसे मिलाने भर से आटे में प्रोटीन 133 फ़ीसदी तक बढ़ गई."
100 ग्राम घर में बना साधारण ब्रेड अगर 9.7 ग्राम प्रोटीन दे सकता है, इसकी तुलना में कॉक्रोच ब्रेड में 22.6 ग्राम प्रोटीन होता है.
शोधकर्ता बताते हैं कि, "हम इस रेसिपी में फैट यानी तेल की मात्रा को 68 फ़ीसदी तक कम करने में कामयाब हो गए हैं."
उनका दावा है कि स्वाद के मामले में ये सौ फ़ीसदी आटे से बने साधारण ब्रेड जैसा ही होता है.
वो कहते हैं, "हमने ब्रेड के स्वाद, टेक्सचर, ख़ुशबू और रंग की भी अच्छे से जांच की है और हमने पाया है कि ये साधारण ब्रेड के जैसा ही है. हां कुछ लोगों को ये इसमें पीनट की ख़ूशबू आ सकती है."
न्यूट्रीशन प्रोफ़ेसर इनो विएरा इंसान के भोजन में कीड़ों-मकोड़ों के इस्तेमाल के मामलों में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी रखते हैं. वो कहते हैं, "झींगुर, ततैया, चींटियां, तितली, रेशम के कीड़े और बिच्छु ऐसे कई कीड़े हैं जो हमारे खाने का हिस्सा बन सकते है."
"हम कीड़ों को क्यों अपने खाने में अपना नहीं पाते इसके पीछे हमारी सांस्कृतिक समस्याएं हैं."
वो कहते हैं कि अपने भोजन में कीड़ों को अपनाने से पारंपरिक खाने के स्रोतों पर पड़ रहा दवाब भी कम होगा.
"हमें एक किलो मीट के उत्पादन के लिए 250 वर्ग मीटर की ज़मीन की ज़रूरत होती है जबकि इसी मात्रा में कीड़ों को पालने के लिए हमें केवल 30 वर्गमीटर ज़मीन की ज़रूरत पड़ती है. साथ ही पानी भी बचेगा क्योंकि एक किलो कीड़ों के लिए जहां एक हज़ार लीटर पानी की दरकार है, इतने मीट के लिए 20 हज़ार लीटर पानी की ज़रूरत होती है."
इंसेक्ट ब्रीडर के लिए ब्राज़ील के संघ का कहना है कि भोजन बन सकने वाले कीड़ों की सबसे अधिक प्रजातियां (95 प्रजातियां) यहां पाई जाती हैं.
पसंद किया जा रहा है कीड़ों-वाला खाना
धीरे-धीरे भोजन में कीड़ों के इस्तेमाल को पसंद किया जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार दुनिया के दो अरब लोगों के भोजन में कीड़े शामिल हैं.
लॉरेन मेनेगन और जेन्तज़ेन कीड़ों से बने केक, हेल्थ बार और तेल बनाने का काम कर रहे हैं.
लेकिन कॉक्रोच ब्रेड फ़िलहाल ब्राज़ील की दुकानों तक नहीं पहुंचा है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी कीड़े खाने की इजाज़त नहीं देते, हालांकि इन्हें जानवरों को खिलाया जा सकता है.
कई और देश जैसे स्पेन, ब्रिटेन कीड़ों के बने खाने को बढ़ावा दे रहे हैं. स्पेन का करेफोर सुपरमार्केट झींगुर और लार्वा से बने स्नैक्स बेचने के लिए जाना जाता है. ब्रिटेन में भुने हुए टिड्डे और कीड़े सप्लाई करता है.
अमरीकी शोध कंपनी ग्लोबल मार्केट इनसाइट्स के अनुसार आने वाले पांस सालों में कीड़ों से बने खाने का बाज़ार 70 करोड़ अमरीकी डॉलर तक पहुंच जाएगा.
अब बताइये, क्या आप चखना चाहेंगे कीड़ों से बना ब्रेड और केक?