'अगर नरेंद्र मोदी दोबारा पीएम नहीं बने तो भारत की कहानी रह जाएगी अधूरी'
हांगकांग स्थित इनवेस्टमेंट बैंक सीएलएसए के मुख्य रणनीतिकार क्रिस वुड ने अपने वीकली न्यूजलेटर में पीएम मोदी को लेकर एक अहम बात कही है। उन्होंने कहा है कि भारत की कहानी के लिए प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी का दोबारा चुना जाता काफी महत्वपूर्ण है।
हांगकांग। एक तरफ विपक्ष और आलोचक कठुआ रेप केस और कई अन्य मसलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ दुनिया के मशहूर आर्थिक रणनीतिकार क्रिस वुडने एक नया बयान दे दिया है। उनका बयान विपक्ष और आलोचकों की कोशिशों के विपरीत जा सकता है। क्रिस वुड हांगकांग स्थित इनवेस्टमेंट बैंक सीएलएसए के मुख्य रणनीतिकार हैं और उन्होंने अपने वीकली न्यूजलेटर में पीएम मोदी को लेकर एक अहम बात कही है। उन्होंने कहा है कि भारत की कहानी के लिए प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी का दोबारा चुना जाता काफी महत्वपूर्ण है। इकोनॉमिक टाइम्स ने क्रिस के हवाले से यह जानकारी दी है।
मोदी के पीएम न बनने से होगा नुकसान
क्रिस वुड ने अपने न्यूजलेटर 'ग्रीड एंड फीयर' में लिखा है कि भारत की कहानी को बुरी तरह से नुकसान पहुंचेगा अगर नरेंद्र मोदी को दोबारा नहीं चुना जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ने अभी तक साल 2018 में तेल की कीमतों और कुछ और वजह से कुछ खास परफॉर्म नहीं कर पाया है लेकिन इसके बाद भी एशिया में अभी तक यह सर्वश्रेष्ठ है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि भारत की बेहतर परफॉर्मेंस अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपए की परफॉर्मेंस पर निर्भर करेगा। वुड का मानना है कि भारतीय मुद्रा पर खतरा बढ़ रहा है क्योंकि तेल की कीमतों में तेजी जारी है। साथ ही एक्सचेंज दरों पर रुपया भी काफी सस्ता नहीं नजर आ रहा है।
रियल एस्टेट भारत का बेस्ट सेक्टर
वुड राजकोषीय गिरावट को लेकर बहुत ज्यादा परेशान नहीं हैं। केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा 3.3 प्रतिशत पर है और वुड का मानना है कि बहुत ज्यादा शिथिलता की तरफ इशारा नहीं करता है। हालांकि इसकी वजह से सवाल खड़ा होता है कि क्या मोदी वाकई पॉपुलिस्ट नेता में तब्दील हो पाएंगे क्योंकि अगर वह ऐसा करते हैं तो फिर वह उनके राजनीति सिद्धांतों के खिलाफ होगा। वुड की मानें तो मोदी विकास और निवेश को बढ़ावा देते हैं और वह वितरण की नीति में यकीन नहीं करते हैं। क्रिस ने भारत में रियल एस्टेट सेक्टर को सर्वश्रेष्ठ करार दिया है। उनका मानना है कि भारत का रियल एस्टेट हर किसी के बजट में घर देने का सपना पूरा कर रहा है।