इस्लामिक कट्टरपंथ से बचाने के लिए अपने देश के मुसलमानों को मुफ्त शिक्षा देगा चीन
बीजिंग। चीन ने अपने देश के मुस्लमानों को कट्टरपंथ से बचाने के लिए मुफ्त शिक्षा देने का ऐलान किया है। चीन ने ऐलान किया है कि 15 साल तक के मुस्लिम बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाएगी, जिससे इस्लामिक कट्टरपंथ से बचा जा सके। चीन सरकार ने यह निर्णय शिजियांग प्रांत के रहने वाले उइगर मुस्लिम युवाओं के लिए लिया है।
चीन सरकार शिजियांग प्रांत के हाई स्कूल में पढ़ने वाले सभी 8,60,000 स्टूडेंट्स को मुफ्त में शिक्षा देने का ऐलान किया है, जिसका मुख्य उद्देश्य मुस्लिम बच्चों को इस्लामिकरण और मिलिटेंट की तरफ आकर्षित होने से रोकना। इसके लिए सरकार ट्यूशन, किताबे और आवास के लिए खर्च वहन करेगी। यहां तक कि जो इस प्रांत के गरीब तबके के बच्चे हैं, उनके लिए कम्युनिस्ट सरकार अतिरिक्त सुविधा मुहैया कराएगी।
चीनी एक्सपर्ट ने कहा कि यह पॉलिसी मात्र दिखावा नहीं है, बल्कि इस प्रांत में रहने वाले लोगों के विकास में और कट्टरपंथ से प्रभावित युवाओं को बाहर निकालने में मदद मिलेगी। सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स से बातचीत के दौरान प्रोफेसर ला डिशहेंग कहते हैं, 'हमें एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि नाबालिग, नाबालिग ही होता है, कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो चीन में कहां पल रहा है। शिजियांग के युवा बहुत ही विकट परिस्थितियों में पल रहे हैं'।
चीन में पहली बार किसी प्रांत के बच्चों को मुफ्त शिक्षा का ऐलान हुआ है। शिजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं, जहां अक्सर हिंसा देखने को मिलती है। चीन इसके लिए तुर्की इस्लामिक मुवमेंट, आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे संगठनों को जिम्मेदार ठहराता आया है।