
चीन में नवविवाहितों को फोन कर पूछ रही है सरकार, 'बच्चा कब करोगी?' जन्म दर बढ़ाने पर क्यों तुले हैं जिनपिंग
China News: चीन जन्म दर बढ़ाने के लिए बेचैन हो चुका है। अब वहां नई-नवेली शादीशुदा महिलाओं पर जल्द से जल्द बच्चा पैदा करने का दबाव बनाया जाने लगा है। चीन का यह तरीका दुनिया के सामने आ भी नहीं पाता, यदि एक नवविवाहिता ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी चाइनीज सोशल मीडिया पर शेयर नहीं की होती। हालाांकि, सरकार ने उसका ऑरिजनल पोस्ट तो डिलीट करवा दिया है, लेकिन उसकी वजह से चीन में आबादी बढ़ाए जाने के लिए सरकारी हथकंडों का पोल खुल गया है। खास बात ये है कि इसी महीने चीन ने आधिकारिक तौर पर माना है कि उसकी युवा जनसंख्या घटने लगी है और इसे पटरी पर लाने के लिए नई जनसंख्या नीति स्थापित करने का ऐलान किया गया है।

नवविवाहिता को आया फोन- क्या आप गर्भवती हैं ?
चीन में नागरिकों की बढ़ती उम्र और घटते जन्म दर ने बड़ी ही विचित्र स्थिति पैदा कर दी है। हाल ही में चीन के राष्ट्रपति ने जन्म दर बढ़ाने के लिए विशेष नीति निर्धारित करने का ऐलान किया था। इस बीच, रॉयटर की एक खबर के मुताबिक वहां प्रशासन की ओर से शादी होते ही नवविवाहितों से बच्चे की प्लानिंग के बारे में पूछा जाने लगा है। दरअसल, एक महिला ने चाइनीज सोशल मीडिया पर सरकारी दबाव का जिक्र नहीं किया होता तो शायद, यह खुलासा होता ही नहीं कि चीन की सरकार जन्म दर बढ़ाने को लेकर किस तरह से बेसब्र हो चुकी है। मामला ये है कि एक नवविवाहित महिला के पास स्थानीय प्रशासन से एक फोन आया कि क्या वह गर्भवती है।

'सरकार चाहती है कि एक साल में गर्भवती हो जाएं'
जैसे ही महिला ने अधिकारियों की ओर से उसके गर्भवती होने की बात पूछे जाने की जानकारी ऑनलाइन शेयर की हजारों लोगों ने अपने अनुभव शेयर करने शुरू कर दिए, जिनके साथ ऐसा ही वाक्या पेश आ चुका है। जब लोगों के अनुभव ऑनलाइन शेयर होने लगे तो प्रशासन ने उस ऑरिजनल पोस्ट को ही हटवा दिया। 'लॉस्ट शुयूशोउ' नाम के एक यूजर ने अपनी एक सहयोगी के अनुभव को साझा किया। इसमें चीन की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर उसने बताया कि नानजिंग सिटी गवर्नमेंट की वुमेन हेल्थ सर्विस ने उसके सहयोगी से क्या कहा था। अधिकारियों ने उस महिला से कहा था कि सरकार, 'चाहती है कि नवविवाहित एक साल के भीतर गर्भवती हो जाएं और उनका टारगेट हर किसी को फोन कॉल करके ये बताना है।'

'प्रेग्नेंसी की तैयारी क्यों नहीं कर रही हैं?'
एक यूजर ने कॉमेंट सेक्शन में कहा है कि पिछले साल अगस्त में उसकी शादी हुई और तब से स्थानीय सरकार की ओर से उसके पास दो बार कॉल आ चुके हैं। उसने बताया कि अधिकारियों ने उनसे कहा, 'आप शादीशुदा हैं, फिर भी आप प्रेग्नेंसी की तैयारी क्यों नहीं कर रही हैं? बच्चे पैदा करने के लिए भी समय निकालिए।' दरअसल, 2021 में चीन की प्रजनन दर 1.16 पर थी, जो कि स्थिर आबादी के लिए ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (OECD)के मानक से कम है; और इसकी वजह से चीन की प्रजनन दर दुनिया में सबसे कम हो चुकी है।

चीन में हर साल घटती जा रही जन्म की संख्या
जनसांख्यिकी विशेषज्ञों का कहना है कि 1.4 अरब आबादी के साथ चीन दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, लेकिन मौजूदा साल में यहां की जन्म दर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन में इस साल 1 करोड़ से कम बच्चे पैदा होंगे, जो कि पिछले साल के 1.06 करोड़ से कम है। वहीं 2020 में 2021 के मुकाबले भी 11.5% ज्यादा बच्चे पैदा हुए थे। यानि चीन की युवा आबादी लगातार कम होती जा रही है।

घटती जनसंख्या पर जिनपिंग भी चिंतित
घरेलू मोर्चे पर चीन जिन मुश्किल चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसमें ज्यादातर नागरिकों की बढ़ती उम्र और काम करने वाले लोगों की लगातार घटती जनसंख्या से आर्थिक मोर्चे पर उसकी कुल उत्पादकता बुरी तरह पस्त होने लगी है। यही वजह है कि इसी महीने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च बैठक में जन्म दर बढ़ाने और देश के लिए जनसंख्या वृद्धि रणनीति को बेहतर करने की घोषणा की थी। इसमें चीन ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि उसकी आबादी घटने की कगार पर आ चुकी है। इस बैठक में जिनपिंग बोले, 'हम जन्म दर बढ़ाने के लिए एक नीति स्थापित करेंगे और आबादी की बढ़ती उम्र के जवाब में एक सक्रिय राष्ट्रीय रणनीति को अपनाएंगे।'

ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए दे चुका है प्रलोभन
करीब चार दशक पहले चीन बढ़ती हुई आबादी का सामना कर रहा था। उसे कंट्रोल करने के लिए उसने 1980 से लेकर 2015 तक 'वन-चाइल्ड पॉलिसी' अपनाई। कम्युनिस्ट शासन की वजह से उसने सख्ती के साथ इसमें सफलता पा ली। लेकिन, जब पता चला कि इसका बुरा प्रभाव पड़ने वाला है तो उसने फॉरन जनसांख्यिकी को व्यवस्थित करने की लिए थ्री-चाइल्ड पॉलिसी अपना ली। लेकिन, चार दशकों से 'वन-चाइल्ड पॉलिसी' वाली मानसिकता में रहे लोगों के लिए वापस यू-टर्न लेना इतना आसान नहीं हो पा रहा है। इसलिए पहले चीन सरकार ने ज्यादा बच्चा पैदा करने वालों को प्रोत्साहन देने के लिए टैक्स में छूट देना शुरू किया, मैटरनिटी लीव के नाम पर माताओं की ज्यादा छुट्टियां देनी शुरू की, मेडिकल इंश्योरेंस का दायरा बढ़ाया और घर खरीदने के लिए भी सब्सिडी देने शुरू किए। लेकिन, जब इससे भी चीन की जनता पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा तो अब सीधे नवविवाहितों पर ही बच्चा पैदा करने का दबाव बनाया जाने लगा है। (दूसरी तस्वीर बेलफास्ट में चीन के काउंसर झैंग मेइफैंग के ट्विटर हैंडल से, बाकी सांकेतिक)