सिक्किम में तनाव और चीन ने दुनिया को दिखाया सबसे खतरनाक ड्रोन
बीजिंग। सिक्किम में जारी तनाव के बीच ही चीन ने अपने सबसे खतरनाक ड्रोन सीएच5 रेनबो का उत्पादन शुरू कर दिया है। इस ड्रोन का अमेरिका के ड्रोन एमक्यू9 रीपर का प्रतिद्वंदी बताया जा रहा है। दिलचस्प बात है कि रीपर जमीन पर मौजूद टारगेट पर भी हमला कर सकता है। वांग सोंग जो कि चीन की बीहांग यूनिवर्सिटी में एरोनॉटिंग साइंस और इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर हैं, उन्होंने इस ड्रोन के तैयार होने की पुष्टि की है।
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पिछले दिनों आई थी खबर
यह ड्रोन अमेरिका के ड्रोन एमक्यू9 रीपर से आधी कीमत पर ही तैयार हो जाता है। 14 जुलाई को चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने जानकारी दी थी कि यूएवी सीएच5 या रेनबो ने अपनी ट्रायल फ्लाइट पूरी कर ली है। यह फ्लाइट नॉर्थ चीन के हेबेई प्रांत में पूरी हुई थी। इसके अलावा सीजीटीएन टीवी ने भी सीएच5 के टारगेट को तबाह करने वाली फुटेज दिखाई थीं। चीन का यह ड्रोन न सिर्फ रेकी कर सकता है बल्कि सर्विलांस, पेट्रोलिंग और टारगेट पोजिशिनिंग के साथ ही स्ट्राइक मिशन को भी सफलतापूर्वक अंजाम दे सकता है।
60 घंटे तक हवा में रह सकता है ड्रोन
सीएच5 करीब 1,000 किलोग्राम के उपकरणों को ले जा सकता है। इसके अलावा हवा में 60 घंटे तक रह सकता है और इसकी रेंज करीब 10,000 किलोमीटर तक है। इसके अलावा इस ड्रोन को असैन्य मकसद जैसे रिसोर्स सर्वे के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है। वहीं अमेरिका का रीपर या जिसे प्रीडेटर बी भी कह सकता है, उसे दुनिया का पहला ड्रोन होने का गौरव हासिल है। यह ड्रोन जमीन पर मौजूद टारगेट पर हमला कर सकता है। अमेरिका के ड्रोन की कीमत करीब 16.9 मिलियन डॉलर है। इस कीमत की वजह से यह ड्रोन दुनिया का सबसे महंगा ड्रोन है।