पाक-चीन आर्थिक कॉरिडोर के मामले में भारत को चीन ने बताया 'तीसरा देश'
बिजिंग। पीओके से गुजरने वाला चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) के अफगानिस्तान तक विस्तार किए जाने पर भारत की चिंताओं को लेकर चीन ने सफाई देते हुए भारत को तीसरा देश कह कर संबोधित किया। चीन ने कहा कि सीपीईसी परियोजना भारत के खिलाफ नहीं है और परियोजना को किसी तीसरे देश द्वारा प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए।
चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों की बुधवार को हुई पहली त्रिपक्षीय बैठक में चीन ने सीपीईसी का विस्तार अफगानिस्तान तक करने की पेशकश की थी। तीनों पक्षों ने आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने और किसी भी देश, समूह या व्यक्ति को आतंकवाद के लिए अपनी सरज़मीं का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देने का संकल्प जताया था।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने सीधे तौर पर भारत का नाम नहीं लेते हुए कहा कि यह सहयोग किसी देश और पक्ष के खिलाफ नहीं है। किसी भी देश के द्वारा वार्ता और सहयोग को प्रभावित नहीं किया जाना चाहिये। वह सीपीईसी के बारे में भारत की चिंताओं से संबंधित खबरों पर एक सवाल का जवाब दे रही थीं। सीपीईसी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरेगा।
इस बैठक में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ और सलाहुद्दीन रब्बानी ने भी हिस्सा लिया था।