चीन और पाकिस्तान की सीमा पर सामूहिक मोर्चाबंदी ? भारत ने 20 हजार सैनिकों को सीमा पर भेजा
भारत और चीन, दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पश्चिमी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जवानों को जुटाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही भारत और चीन की सेना, एलएसी के 20 महत्वपूर्ण स्पॉट पर नजर रख रही है।
नई दिल्ली, जून 16: चीन और पाकिस्तान ने पिछले कुछ दिनों से बॉर्डर पर हलचल काफी तेजी से बढ़ानी शुरू कर दी है। पिछले साल जून महीने में ही गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की चीनी सैनिकों से झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे और 40 से ज्यादा चीनी सैनिकों की मौत हुई थी। लेकिन, एक बार फिर से इस साल जून महीने में ही बॉर्डर पर हलचलें तेज हो गईं हैं। रिपोर्ट है कि चीन ने फिर से लाइन ऑफ एक्च्वल कंट्रोल यानि एसएसी पर सैनिकों और हथियारों की तैनाती बढ़ानी शुरू कर दी है, वहीं पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने भी अपने सैनिकों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। इन सबके बीच भारत ने भी 20 हजार सैनिकों को कश्मीर और लद्दाख में भेज दिया है। (सभी तस्वीर-फाइल)
सरहद पर चीन क्या कर रहा है?
भारत और चीन, दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पश्चिमी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जवानों को जुटाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही भारत और चीन की सेना, एलएसी के 20 महत्वपूर्ण स्पॉट पर नजर रख रही है, जो करीब 3 हजाप 488 किलोमीटर तक फैली हुई है। सरहद पर डिसइंगेजमेंट के लिए 11 दौर की कोर कमांडरों की बैठकों के बावजूद, और खास तौर पर 10 फरवरी को दोनों देशों के बीच हुए "लिखित समझौते" के बाद भी चीन अपनी सेना को पीछे नहीं ले रहा है, बल्कि रिपोर्ट यह है की चीन ने एलएसी पर अपनी सीमा में सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है, जिसमें खतरनाक हथियारों को चीनी सेना ने तैनात किया है। अभी तक सिर्फ पैंगोंग सो क्षेत्र से ही चीन की सेना वापस गई है। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने देपसांग के मैदानी इलाके, गोगरा हाइट्स समेत कुछ और जगहों पर हजारों सैनिकों को लामबंद किया है, ताकि भारतीय पेट्रोलिंग पार्टी को पेट्रोलिंग करने से रोका जाए। ये एरिया काराकोरम से लेकर लद्दाख के दक्षिण-पूर्वी हिस्से के चुमार तक फैला हुआ है। माना जा रहा है कि चीन के सैनिक एक बार फिर से भारतीय सैनिकों को पेट्रोलिंग से रोक सकते हैं।
चीन ने 50 हजार सैनिकों को भेजा
रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने अक्साई चीन और भारतीय सीमा के पास करीब 50 हजार से 60 हजार सैनिकों को भेज दिया है। चीन की सेना, जिसे पीएलए कहा जाता है, उसकी 76वीं और 77वीं वेस्टर्न थिएटर कमांड के जवानों को अतिरिक्त तौर पर एलएसी पर भेजा गया है। इसके साथ ही चीन ने सीमा पर विध्वंसक हथियारों को भी उतारा है। भारत के साथ पहाड़ों पर युद्ध लड़ा जा सके, इसके लिए चीन ने पहाड़ों पर आसानी से संचालित होने वाले टैंक्स को उतारा है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने कई सारे हल्के वजन वाले 38 टन टाइप-15 टैंक को उतारा है। इसके साथ ही टी-99, टी-96बी, डब्ल्यूजेड-551 आर्मर्ड पर्सनल कैरियर को भी भारतीय सीमा पर भेजा है। इसके साथ ही चीन ने पीसीएल-181 ट्रक हॉवित्ज और पीएचएल-03 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर क भी सीमा पर भेजा है।
चीन की एयरफोर्स की तैनाती
ग्राउंड आर्मी के अलावा चीन ने अपने एयरफोर्स को भी भारतीय सीमा से सटे इलाकों में उतार दिया है। धरती से आकाश में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम को भी चीन ने भारतीय सीमा के पास तैनात किया है, जिनमें एफएन-6, एचक्यू-16, एचक्य-17, पीजी-59 और एचक्यू-7ए शामिल हैं। इसके साथ ही चीन ने अपने अत्याधुनिक एयरफोर्स फाइटर जेट को भी भारतीय सीमा के पास भेजा है। जिनमें जे-20, जे-20ए, जे-20बी, जे-10बी और जे-11 शामिल हैं। इसके साथ ही जेड-9 और जेड-20 हेलिकॉप्टरों को भी चीन ने भारतीय सीमा के पास अपने क्षेत्र में भेजा है। वहीं, 12 एयरफिल्ड का भारतीय सीमा की तरफ मुंह है। इसके साथ ही रिपोर्ट है कि चीन, इंडियन एडवांस लैंडिंग ग्राउंड के विपरीत दिशा में अपनी सीमा में एक हेलीपोर्ट का निर्माण भी तेजी से कर रहा है। वहीं, चीन ने भारी तादाद में ड्रोन, जिनमें वाई-9 और वाई-20 शामिल हैं, उनकी भी तैनाती की है।
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सरहद पर पाकिस्तान क्या कर रहा है?
एक तरफ चीन अपने सैनिकों को बढ़ा रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान ने भी सरहद पर हलचल तेज कर दी है। पाकिस्तानी आर्मी के चीफ कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि कश्मीर में एलओसी पर सेना के जवान अलर्ट में रहें। पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने कोर कमांडर्स, सेना के प्रमुख अधिकारियों और पाकिस्तानी सेना के सभी कमांडरों के साथ बातचीत की है और कश्मीर में एलओसी के साथ साथ अफगानिस्तान सीमाा पर भी अलर्ट रहने को कहा है। पाकिस्तानी न्यूजपेपर डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के आर्मी चीफ की बैठक में आईएसआई के अधिकारी भी शामिल थे। बैठक के बाद आईएसआई ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान आर्मी चीफ ने आर्मी के सभी अधिकारियों और जवानों को राष्ट्रीय सुरक्षा पर आने संभाविक खतरे के बारे में आगाह करते हुए उन्हें एलओसी और अफगानिस्तान बॉर्डर पर अलर्ट रहने को कहा है।
भारत ने भी हजारों जवानों को उतारा
ऐसा नहीं है कि भारतीय सेना को चीन और पाकिस्तान की साजिश के बारे में जानकारी नहीं है। भारतीय सेना अपने दोनों दुश्मनों की हर एक हरकत से वाकिफ है और रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन आर्मी के 20 हजार जवानों को बॉर्डर पर भेजा गया है। इन जवानों की तैनाती पाकिस्तान से लगी सीमा रेखा और लद्दाख में की गई है। इसके अलावा 50 हजार से ज्यादा जवान पहले से ही लद्दाख में तैनात हैं। इंडियन एयरफोर्स ने रफाल जैसे विमानों की तैनाती भी चीन को ध्यान में रखते हुए किया है। फ्रांस से दर्जन भर से ज्यादा रफाल विमान आ चुके हैं। वहीं, अगल 3 महीने के बाद रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम भी भारत आ जाएगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो ऐसा लग रहा है कि सरहद पर भारत के दोनों दुश्मन मिलकर बड़ी साजिश रच रहे हैं। हालांकि, कुछ मिलिट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन मानसिक खेल खेलने में लगा हुआ है और वो भारत पर दबाव बनाने में लगा है, लेकिन चीन इतना तो समझ ही रहा होगा कि ये 1962 वाला भारत नहीं है, ये 2021 का भारत है, जो जवाब देना जानता है।
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