यूएस लॉ स्कूल में Chat GPT की हुई परीक्षा, इसे कितने अंक मिले? जानकर हो जाएंगे हैरान
इस परीक्षा में 95 बहुविकल्पीय प्रश्न और 12 निबंध प्रश्न शामिल थे। चैट जीपीटी ने इस परीक्षा में C+ स्कोर हासिल किया है जो कि औसत से भी कम का स्कोर माना जाता है।
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अगर आप इंटरनेट की दुनिया की तनिक भी खबर रखते हैं तो आपने हाल फिलहाल में चैट जीपीटी के बारे में जरूर सुना होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि ये आने वाले वक्त में गूगल की जरूरत को खत्म कर देगा। आपको बता दें कि चैट जीपीटी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पावर्ड चैट बॉट है जो आपके किसी भी सवाल का जवाब सेकेंड्स में दे देता है। फिलहाल चैट जीपीटी अपनी अनूठी क्षमता की वजह से इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच इसने एक अमेरिकी लॉ स्कूल परीक्षा में सफलता हासिल कर लिया है।
चैट जीपीटी को परीक्षा में क्या ग्रेड मिला?
दुनिया भर में किसी भी मुद्दे पर लंबे-लंबे निबंध लिखने वाले चैट जीपीटी ने एक अमेरिकी लॉ स्कूल परीक्षा को पास कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक मिनेसोटा यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल में एक स्पेशल परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें चैटजीपीटी को उन्हीं सवालों को हल करने थे जिन्हें अन्य छात्रों को हल करने दिया गया था। इसी स्कूल के एक प्रोफेसर जोनाथन चोई ने बताया कि इस परीक्षा में 95 बहुविकल्पीय प्रश्न और 12 निबंध प्रश्न शामिल थे। सोमवार को उन्होंने बताया कि बॉट ने समग्र रूप से C+ स्कोर हासिल किया है जो कि औसत से भी कम का स्कोर माना जाता है।
न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन ने लगाया बैन
रिपोर्ट के मुताबिक यह स्कोर परीक्षा में मुश्किल से पास होने के लिए पर्याप्त है। चैट जीपीटी का स्कोर बाकी छात्रों की तुलना में सबसे पीछे रहा। यह बॉट गणित से जुड़े बहुविक्लपीय सवालों पर बुरी तरह फेल रहा। हालांकि निबंध लिखने में चैटजीपीटी ने बुनियादी कानूनी नियमों की एक मजबूत समझ दिखाई और बेहतर आलेख लिखकर दिए। लेकिन इसकी लगातार विकसित होती समझ को लेकर शिक्षक चिंतित हो गए हैं। आपको बता दें कि न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन द्वारा बैन ठोक दिया गया है। विभाग ने चैट बोर्ड को स्टूडेंट और शिक्षक के लिए तुरंत प्रभाव से ब्लॉक कर दिया है।
क्या छात्रों के लिए उपयोगी होगा Chat CPT?
डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन का मानना है कि चैट बॉट बच्चों के भविष्य और शिक्षकों के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि यह हर सवाल का जवाब फटाफट दे रहा है जिससे बच्चों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इतना ही नहीं ये बच्चों के क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल को तैयार करने से रोकता है जो भविष्य के लिहाज से बच्चों के लिए जरूरी है। हालांकि प्रोफेसर जोनाथन चोई ने इससे असहमति जताई है। उन्होंने सुझाव दिया है कि यह एक मूल्यवान शिक्षण सहयोगी हो सकता है। उन्होंने कहा कि ये छात्रों और वकीलों के अभ्यास के लिए काफी उपयोगी साबित होगा।
गूगल से कैसे अलग है Chat GPT ?
आपको बता दें कि OpenAI नाम की कंपनी द्वारा तैयार Chat GPT में हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने भी निवेश किया है। हालांकि अभी इसका खुलासा नहीं हो पाया है कि माइक्रोसॉफ्ट ने इसमें कितना निवेश कर रखा है। लेकिन कई रिपोर्ट बताते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट ओपनएआई में 10 अरब डॉलर तक का निवेश किया है। इससे पहले 2019 में माईक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में 1 बिलियन डॉलर का निवेश किया था। आपको बता दें कि जहां गूगल में पूछे गए सवालों के जवाब में आपको कई लिंक उपलब्ध करवाए जाते हैं। उसके उलट यहां आपको सटीक जवाब मिलता है।
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