पैगंबर के कार्टून के बाद शार्ली हेब्दो की एक और गुस्ताखी, हिंदू देवी-देवताओं का उड़ाया मजाक
शार्ली हेब्दो एक फ्रांसीसी पत्रिका है, जो अकसर अपने कार्टून को लेकर विवादों में रहता है। इस बार शार्ली हेब्दो ने कोविड संकट से जूझते भारत की स्थिति को लेकर हिंदू देवी-देवताओं पर निशाना साधा है।
पेरिस, मई 14: फ्रांस की व्यंगात्मक पत्रिका शार्ली एक बार फिर विवादों में है। शार्ली हेब्दो पत्रिका इससे पहले पैगंबर मोहम्मद का विवादित कार्टून बनाकर विवादों में आई थी, जिसके बाद शार्ली हेब्दो के ऑफिस पर कट्टरपंथियों ने हमला भी किया था, जिसमें कई कर्मचारियों की मौत हो गई थी। लेकिन, अब इस पत्रिका ने हिंदू देवी-देवताओं को लेकर कटाक्ष किया है, जिसके बाद एक बार फिर से शार्ली हेब्दो पत्रिका विवादों में है। शार्ली हेब्दो पत्रिका ने भारत में कोराना वायरस की बेकाबू स्थिति को लेकर विवादित कार्टून बनाया है, जिसको लेकर सोशल मीडिया में तीखी बहस हो रही है और लोग शार्ली हेब्दो पत्रिका के इस कार्टून की आलोचना कर रहे हैं।
शार्ली हेब्दो की एक और गुस्ताखी
शार्ली हेब्दो एक फ्रांसीसी पत्रिका है, जो अकसर अपने कार्टून को लेकर विवादों में रहता है। इस बार शार्ली हेब्दो ने कोविड संकट से जूझते भारत की स्थिति को लेकर हिंदू देवी-देवताओं पर निशाना साधा है। 28 अप्रैल को प्रकाशित इस कार्टून में ऑक्सीजन की किल्लत से तड़पते भारतीय लोगों को जमीन पर लेटा हुआ दिखाया है और फिर हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाया है। शार्ली हेब्दो ने अपने कार्टून के कैप्शन में लिखा है '33 मिलियन देवी-देवता लेकिन एक भी ऑक्सीजन लाने में सक्षम नहीं'। शार्ली हेब्दो के इस कार्टून के बाद लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। कई लोगों ने इसे हिंदू देवी-देवताओं का अपमान बताया है और शार्ली हेब्दो के बहिष्कार की अपील की है। हालांकि, कई ऐसे भी लोग हैं, जो इसे अभिव्यक्ति की आजादी बता रहे हैं।
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हिंदू देवी-देवताओं का मजाक
सोशल मीडिया यूजर @Manik_M_Jolly ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा है कि 'डियर शार्ली हेब्दो, हमारे पास असल में 330 मिलियन देवी देवता हैं, जो हमें सिखाते हैं कि कभी हिम्मत मत हारो और विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला करो। हम हर फ्रेंच नागरिकों का सम्मान करते हैं और आप चिंता ना करें, क्योंकि आपके ऑफिस या आपके स्टाफ पर हमला नहीं किया जाएगा। हर हर महादेव'। वहीं, विद्यासागर नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि 'मैं शार्ली हेब्दो पत्रिका के इस कार्टून की निंदा करता हूं, क्योंकि हमारे पास 33 मिलियन नहीं 330 मिलियन देवी देवता हैं'। शार्ली हेब्दो की आलोचना करते हुए एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा है कि 'प्रिय शार्ली हेब्दो, हम आहत नहीं हुए हैं, आपको जो छापना है वो छापो, हमें फर्क नहीं पड़ता लेकिन आप बस ये समझिए कि हमारे 33 मिलियन नहीं 3330 मिलियन देवी-देवता हैं।'
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शार्ली हेब्दो का समर्थन
कई हिंदू ट्विटर यूजर ने शार्ली हेब्दो की आलोचना की है तो सैकड़ों हिंदू लोगों ने शार्ली हेब्दो पत्रिका का अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर समर्थन भी किया है। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा है कि 'मैं फ्रांस की शार्ली हेब्दो पत्रिका का समर्थन करता हूं और मैं अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर पत्रिका के साथ हूं। शार्ली हेब्दो पत्रिका अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और आवाज उठाने के लिए जानी जाती है और वो अपना काम कर रही है।'
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विवादों की पत्रिका-शार्ली हेब्दो
ये कोई पहली बार नहीं है जब फ्रांस की पत्रिका शार्ली हेब्दो विवादों में घिरी हो। इससे पहले भी शार्ली हेब्दो को कई बार अभिव्यक्ति की आजादी का गलत इस्तेमाल करने को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा है। 2015 में शार्ली हेब्दो ने साल 2015 में पैगंबर मोहम्मद को लेकर कुछ कार्टून प्रकाशित किए थे, जिसपर पूरी दुनिया में हंगामा मच गया था। कार्टून छापने के बाद पेरिस में शार्ली हेब्दो के ऑफिस पर ऑफिस पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हुई थी। शार्ली हेब्दो के विवादित कार्टून का फ्रांस की सरकार ने समर्थन भी किया था और शार्ली हेब्दो ने आतंकी हमले के बाद एक बार फिर से उस कार्टून को पब्लिश किया था। वहीं, पाकिस्तान में अभी भी शार्ली हेब्दो के विवादित कार्टून पर हंगामा हो रहा है और फ्रांस के कट्टरपंथी लगातार पाकिस्तान सरकार पर फ्रांस का बहिश्कार करने का दबाव बना रहे हैं।
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