सिर कलम करने का फरमान देता था तालीबान का ये सबसे क्रूर नेता, विद्रोहियों ने धमाके से उड़ा डाला
अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में गुजरगाह मस्जिद में ब्लास्ट की सूचना है। टोलो न्यूज के अनुसार, इस हमले में मस्जिद के इमाम मौलवी मुजीब रहमान अंसारी की मौत की खबर है। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
काबुल, 02 सितंबरः अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में गुजरगाह मस्जिद में जुमे की नमाज के दिन गुजरगाह मस्जिद में बड़ा धमाका हुआ। इसमें तालिबान के सबसे बड़े धर्मगुरुओं में से एक मुल्ला मुजीब उर रहमान मारा गया। इसके अलावे इस धमाके में 13 और लोगों के भी मारे जाने की खबर है। इससे पहले भी बीते महीने एक बम धमाके में तालिबान के वरिष्ठ धार्मिक गुरू रहीमुल्लाह हक्कानी की मौत हो गई थी। तालिबान सूत्रों के मुताबिक इस हमले के पीछे रेजिस्टेंस फोर्स या इस्लामिक स्टेट का हाथ हो सकता है। तालिबान की स्पेशल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद में 2 धमाके हुए थे। मस्जिद में जुमे की नमाज चल रही थी, इसी दौरान पहला धमाका हुआ। इसके बाद लोगों के बीच भगदड़ मच गई तभी दूसरा धमाका भी हुआ। मुल्ला मुजीब को तालिबान के सबसे क्रूर नेता माना जाता था। दो महीने पहले मुल्ला मुजीब ने तालिबानी फरमान का विरोध करने वाले शख्स का सिर कलम करने का आदेश दिया जारी किया था।
बतादें कि अफगानिस्तान में बीते साल 15 अगस्त को तालिबान की सत्ता लौटी थी और तभी से देशभर में इसी तरह के दर्जनों हमले हो चुके हैं। इसमें से कई हमलों की जिम्मेदारी वैश्विक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी आईएसआईएस ने ली है। इस संगठन का अफगानिस्तान में आईएसके-पी, इस्लामिक स्टेट-खुरासान नाम से ब्रांच है। तालिबान के आने के बाद से ये संगठन यहां काफी मजबूत हो गया है। इसके बाद से खासकर हेरात प्रांत में कई धमाके हुए हैं।
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पहले भी होते रहे हैं धमाके
इससे पहले अप्रैल के शुरुआती महीने में हेरात प्रांत में बड़ा धमाका हुआ था जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 25 लोग घायल हो गए थे।विस्फोटकों को खेल के मैदान में जमीन के नीचे गाढ़ा गया था और जब लोग खेल रहे थे, तभी उसमें जोरदार धमाका हुआ। वहीं, 13 मार्च को पश्चिमी हेरात प्रांत में एक कार बम धमाके में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी जबकि 47 अन्य लोग घायल हुए थे। इस धमाके में 15 घर भी तबाह हो गए थे। इसके अलावा जनवरी महीने में भी हेरात शहर में धमाका हुआ था, जिसमें कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई थी और 9 अन्य लोग घायल हुए थे। हेरात प्रांत की राजधानी हेरात शहर के पीडी 12 में एक मिनी बस को निशाना बनाते हुए उसपर बम से हमला किया गया था।
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