नेतन्याहू सरकार पर छाए संकट के बादल, इजराइली संसद भंग होने के बाद 2 साल में चौथे चुनाव की संभावना
नई दिल्ली। इजराइल में दो साल के अंदर चौथी बार चुनाव होने की संभावनाओं को लेकर देश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। दरअसल, कोरोना काल के बीच संसद में बजट पारित करने में विफल रही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बजट पारित करने में विफल होने के बाद मंगलवार को इजराइल की संसद को भंग कर दिया गया जिससे देश में दो साल से भी कम समय में चौथे आम चुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
संसद भंग होने के बाद इजराइल की सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार में दरार आ गई है। एलायंस के सहयोगी और रक्षा मंत्री बेनी गेंट्ज ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर वादाखिलाफी का बड़ा आरोप लगाया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि अब देश के लिए बेहतर यही होगा कि एक बार फिर से आम चुनाव कराए जाएं। आपको बता दें कि इससे पहले भी बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के खिलाफ इजराइली संसद में विपक्ष द्वारा सदन में प्रस्ताव लाया गया था जिसके पक्ष में 61 वोट पड़े थे जबकि 51 मतों ने प्रस्ताव का विरोध किया था।
संसद भंग होने के बाद असहज गठबंधन का लगभग अंत हो गया है, माना जा रहा है कि इजराइल में पिछले 2 साल से भी कम अंतराल में चौथी बार आम चुनाव कराए जा सकते हैं। बता दें कि अब नेतन्याहू सरकार के पास बजट पारित कराने के लिए कुछ घंटों का ही समय है, अगर गठबंधन सरकार इसमें भी विफल रहती है तो वैधानिक तौर पर इजराइली संसद को भंग माना जाएगा। इसके बाद देश के सामने आम चुनाव के अलावा और कोई रास्ता नहीं होगा। बता दें कि वर्तमान में इजराइल में पीएम नेतन्याहू की पार्टी लिकुड पार्टी और ब्लू एंड व्हाइट पार्टी की गठबंधन सरकार है।
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