बांग्लादेश ने चीन को दिया जोर का झटका, चाइनीज कंपनी को प्रोजेक्ट से निकाला, कर दिया हमेशा के लिए ब्लैकलिस्ट
ढाका। भारत के साथ करीबी संबंध रखने वाले बांग्लादेश पर बार-बार डोरे डाल रहे चीन को करार झटका लगा है। वॉयस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते चीन की एक बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। यह कंपनी ढाका-जलालाबाद हाईवे निर्माण का कार्य कर रही थी। कंपनी का नाम चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के चीनी कंपनी के अधिकारियों ने बांग्लादेश सरकार के अफसरों को घूस देने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे न केवल मौजूदा प्रोजेक्ट से हटा दिया गया बल्कि अब भविष्य में भी उसे कोई काम नहीं दिया जाएगा।
बांग्लादेश के वित्त मंत्री ने खबर को सही बताया
बांग्लादेश के वित्त मंत्री एएमए मुहिथ ने एक लोकल न्यूजपेपर 'द डेली स्टार' से बातचीत में बताया कि चाइना हॉर्बर इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (CHEC) को उनकी सरकार ने ब्लैकलिस्ट में डाला है। बांग्लादेश ने जिस कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया है, उसकी चीन सरकार में किस हद तक पैठ इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह कंपनी पाकिस्तान में बन रहे ग्वादर और श्रीलंका में बन रहे हंबनटोटा पोर्ट प्रोजेक्ट से भी जुड़ी रही है।
चीनी कंपनी ने 50 लाख टका रिश्वत का दिया था ऑफर
बांग्लादेश के वित्त मंत्री ने बताया कि बांग्लादेश हाईवे ट्रांसपोर्ट एंड ब्रिज डिपार्टमेंट के डायरेक्टर को कंपनी यह कहते हुए रिश्वत की पेशकश की थी, कि वह मौजूदा प्रोजेक्ट के फंड को डायवर्ट करा दें। उन्होंने बताया कि कंपनी ने बांग्लादेशी अधिकारी को 50 लाख टका (बांग्लादेशी करंसी) ऑफर किया था।
बांग्लादेश दौरे के वक्त शी जिनपिंग ने किया था बड़े निवेश का दावा
दूसरी ओर वॉयस ऑफ अमेरिका ने यह भी दावा किया है कि कंपनी की हरकत और उसे ब्लैकलिस्ट किए जाने की घटना के चलते चीन और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव बढ़ता दिख रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2016 में बांग्लादेश का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर निवेश की बात कही थी। चीन की यह नीति काफी कारगर साबित भी होती दिख रही थी, लेकिन ताजा घटना ने साफ कर दिया है कि चीन के लिए भारत के इस पड़ोसी पर अपनी पकड़ मजबूत करना इतना आसान काम नहीं है।