भारत में इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन पर डेनमार्क सरकार ने लगाई रोक, सामने आए साइड इफेक्ट के मामले
कोपेनहैगन। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ दुनियाभर में टीकाकरण का काम युद्धस्तर पर जारी है। इस बीच डेनमार्क से वैक्सीनेशन को लेकर एक चिंताजनक खबर सामने आई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूरोपीय देश डेनमार्क में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन के इस्तेमाल के बाद कुछ लोगों में गंभीर साइड इफेक्ट देखे गए हैं। वैक्सीन की डोज लेने के बाद लोगों में स्वास्थ्य समस्या के बाद डेनमार्क के स्वास्थ्य प्राधिकरण ने 14 दिनों के लिए टीके के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। बता दें कि भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को 'कोविशील्ड' के नाम से जाना जाता है।
बताया जा रहा है कि डेनमार्क के लोगों को वैक्सीन की खुराक देने के के बाद उनमें रक्त के थक्कों संबंधी कई परेशानियां सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डेनमार्क की राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोरोना वायरस वैक्सीन को अस्थाई रूप से निलंबित किया जा रहा है। लोगों में सामने आए रक्त के थक्कों के कई मामले चिंता का विषय है। इस मामले में वैक्सीन निर्माता कंपनी से भी संपर्क किया गया है, फिलहाल उनकी तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
रिपोर्ट के मुताबिक कथित रूप से एक शख्स की मौत भी हो चुकी है। डेनमार्क की सरकार ने टीकाकरण कार्यक्रम के प्रभारी क्षेत्रीय अधिकारियों से एस्ट्राजेनेका शॉट का उपयोग बंद करने के लिए कहा है। डेनमार्क के अलावा छह अन्य देशों द्वारा भी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की खबर है। बता दें कि इससे पहले टीकाकरण के दौरान ऑस्टिया में एक महिला की मौत के बाद वहां भी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई थी।
वहीं, भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड 'कोविशील्ड' के नाम से करती है। वैक्सीन को भारत सरकार की तरफ से टीकाकरण की मंजूरी मिलने के बाद देश में बड़ी संख्या में लोगों को इसकी डोज दी जा रही है। भारत में वैक्सीन की वजह से अब तक किसी भी तरह के साइड इफेक्ट का मामला सामने नहीं आया है।
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