अमेरिका में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर खुशखबरी, तीसरे चरण में पहुंचा एस्ट्राजेनेका का ट्रायल
वाशिंगटन। कोरोना वायरस का संकट अब भी दुनियाभर में बना हुआ है। दुनिया का सबसे प्रभावित देश अमेरिका है। इस बीच अमेरिका से एक राहत की खबर भी सामने आई है। यहां एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि उसकी कोरोना वायरस वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में पहुंच गया है। जिसमें 30 हजार से अधिक व्यस्कों पर परीक्षण किए जाने की योजना है। एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने की रेस में सबसे आगे नजर आ रही है। ये वैक्सीन ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और फाइजर के साथ मिलकर विकसित की गई है। जो क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में पहुंचने में कामियाब रही है।
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अगर ये वैक्सीन इस ट्रायल में पास हो जाती है तो अमेरिका कोरोना वायरस महामारी को हराने के काफी करीब पहुंच जाएगा। वैक्सीन का फाइनल परीक्षण ब्रिटेन में भी चल रहा है और अगले महीने तक प्रारंभिक परिणाम मिल सकते हैं। इसके अलावा अन्य कई कंपनियां भी कोरोना वायरस वैक्सीन के तीसरे चरण में पहुंच गई हैं, जिनमें फाइजर (Pfizer Inc) और मेडेरना इन्क (Moderna Inc) की वैक्सीन शामिल हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं के अनुसार परीक्षण में कई दिनों की देरी हुई है।
इसे लेकर यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के प्रमुख स्टीफन हैन बताते हैं कि परीक्षण के खत्म होने से पहले भी वैक्सीन के इस्तेमाल को आपातकालीन मंजूरी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि राजनीति फैसला नहीं लेना होगा बल्कि विज्ञान, चिकित्सा और डाटा निर्णय से जुड़ा फैसला लेना होगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अगर वैक्सीन के इस्तेमाल को आपातकालीन मंजूरी दी जाती है कि इसे सभी पर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसके बजाय ये केवल विशिष्ट और उच्च जोखिम जैसी स्थिति में ही इस्तेमाल होगी।
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