ब्राजीली वेरिएंट के खिलाफ असरदार है मौजूदा Covid Vaccine, नए शोध में आया सामने
लंदन। एस्ट्राजेनेका और फाइजर की कोविड वैक्सीन को लेकर एक नए शोध में ये दावा किया गया है कि यह वैक्सीन ब्राजील में पाए गए कोविड वेरिएंट के खिलाफ जितना सोचा गया है उससे भी ज्यादा असरदार हो सकती है। वैक्सीन को लेकर अभी तक जो निष्कर्ष सामने आए हैं उनके मुताबिक इस वैरिएंट से बचाने के लिए वैक्सीन में सुधार करने की जरूरत नहीं पड़ने वाली है। हालांकि अभी इन निष्कर्षों की समीक्षा किया जाना बाकी है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोध में वैक्सीन में एंटीबॉडी के स्तर की माप की गई जो दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और अन्य जगहों पर सामने आ रहे वेरिएंट को बेअसर कर सकते हैं या फिर संक्रमण को आगे बढ़ने से रोक सकते हैं।
ब्राजीलियन
वेरिएंट
के
खिलाफ
असरदार
इसमें
पाया
गया
कि
कोरोना
वायरस
का
टीका
जिस
तरह
कोरोना
वायरस
के
मूल
स्ट्रेन
के
खिलाफ
काम
करता
है
उस
तरह
से
इसके
वेरिएंट्स
के
खिलाफ
असर
नहीं
करता
लेकिन
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ब्राजीलीयाई
वेरिएंट
वैक्सीन
के
बाद
होने
वाली
एंटीबॉडी
के
खिलाफ
कम
प्रतिरोधी
हो
सकता
है।
अध्ययन को लेकर प्रोफेसर गेविन स्क्रीटन ने कहा यह "यह अध्ययन मानव प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने में एंटीबॉडी प्रोटीन में बदलाव की भूमिका के बारे में हमारी समझ का विस्तार करता है, जिसे एंटीबॉडी स्तर को बेअसर करने के रूप में मापा जाता है।"
किन
लोगों
पर
किया
गया
टेस्ट
?
शोध
में
उन
लोगों
से
रक्त
के
नमूनों
का
इस्तेमाल
किया
गया
जिनके
पास
कोविड-19
संक्रमण
के
बाद
एंटीबॉडी
तैयार
हुई
थीं।
साथ
ही
उन
लोगों
से
भी
जिनके
अंदर
ऑक्सफोर्ड
या
फाइजर
के
टीके
के
बाद
एंटीबॉडी
विकसित
हुई
थी।
ऑक्सफोर्ड और फाइजर वैक्सीन के द्वारा मूल स्ट्रेन की तुलना में केंट और ब्राज़ील वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी में वायरस न्यूट्रलाइजेशन के स्तर में लगभग तीन गुना कमी पाई गई।