आज से 1200 साल पहले समंदर में डूब गया था 'ऐतिहासिक' जहाज, इजरायल में मिला समुद्री खजाना!
जानकारी के मुताबिक एक तूफान के कारण रेत हट गई और डूबा हुआ जहाज नजर आने लगा। मागन माइकल इलाके में दो शौकिया गोताखोरों ने लकड़ी का एक टुकड़ा देखा था
जेरूसलम, 23 सितंबर: प्राचीन काल में कई सच्ची घटनाएं ऐसी हुई थीं, जिनकी जानकारी किसी को नहीं है। शायद लोग उस समय किसी निर्जन इलाको, बियावान जंगलों या फिर समुद्र में आए तूफान में हुई घटना के बारे में जानकारी ही नहीं हुई होगी। या हो सकता है किसी किताब में इसका जिक्र हो या फिर कोई व्यक्ति उस घटना के बारे में जानता हो लेकिन उसे बताने का मौका ही न मिला हो। हालांकि, समय-समय पर ऐसे तथ्य हमारे हाथ लगते हैं जिसके बारे में हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। ऐसी ही एक 1,200 साल पहले समुद्र में हुई अनहोनी के बारे में पता चला है। जानकारी के अनुसार इजरायल के तट पर एक प्राचीन जहाज का मलबा मिला है। (An ancient shipwreck found off the shore of Israel and loaded with cargo)
इजरायल में मिला प्राचीन जहाज
इजरायल के तट पर एक प्राचीन जहाज का मिलना खोजी लोगों, पुरातत्वविदों और दुनिया के लिए एक बड़ी खबर है। इस जहाज से इस बात के सबूत प्राप्त हुए हैं कि, इस भूमि पर इस्लामी विजय के बाद भी व्यापारियों का इजरायल में आना जाना लगा रहता था। यह जहाज माल से लदा हुआ था। यह उस समय के आसपास की घटना है जब बड़े पैमाने पर ईसाई बाइज़ेंटाइन साम्राज्य पूर्वी भूमध्य क्षेत्र के इस क्षेत्र पर अपनी पकड़ खो रहा था और इस्लामी शासन का परचम लहराता जा रहा था।
बाइजेंटाइन साम्राज्य का जहाज हो सकता है
जहाज का यह मलबा बाइजेंटाइन साम्राज्य के दौरान का है। हाइफा यूनिवर्सिटी की समुद्री पुरातत्वविद डेबोरा सिविकेल ने कहा, '7वीं या 8वीं शताब्दी ईस्वी के जलपोत के मिलने से इस बात की पुष्टि हो जाती है कि,धार्मिक विभाजन के बावजूद शेष भूमध्य सागर के साथ व्यापार जारी था।'तो क्या समुद्र में आए किसी आश्चर्यजनक तूफान ने विशाल जहाज को पानी में डूबने पर मजबूर कर दिया। या हो सकता है कि एक अनुभवहीन कप्तान की वजह से देवदार और अखरोट के मजबूत पेड़ों से बने और माल से लदा जहाज समुद्र के उथले पानी में डूब गया।
कैसे मिला जहाज का मलबा?
जानकारी के मुताबिक एक तूफान के कारण रेत हट गई और डूबा हुआ जहाज नजर आने लगा। मागन माइकल इलाके में दो शौकिया गोताखोरों ने लकड़ी का एक टुकड़ा देखा था। जब उन्होंने निकालने की कोशिश की तो वह नहीं हटा। कुछ रेत हटाने पर पता चला कि ये एक जहाज है, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। 8 उत्खनन के बाद डेबोरा सिविकेल की टीम ने पता लगाया कि ये 20 मीटर लंबा है और 5 मीटर चौड़ा है। एक तरह से जहाज का मलबा लकड़ी का कंकाल नजर आ रहा था।
यह एक ऐतिहासिक खोज है
पानी के अंदर वैक्यूम के जरिए लगभग 1.5 मीटर रेत को साफ किया गया। शोधकर्ताओं ने 200 से ज्यादा सुराही मिली है, जो भूमध्यसागर के व्यजनों से भरी है जिनमें मछली की सॉस, जैतून, खजूर और अंजीर। जहाज पर रस्सियां, छह चूहों के कंकाल,लकड़ी की कंघी भी प्राप्त हुए। सिविकेल ने बताया कि इस काम में ज्यादा सावधानी की जरूरत होती है। प्राप्त वस्तुएं बाइजेंटाइन साम्राज्य से जुड़ी हुई लगती हैं। वहीं कुछ पर अरबी में लिखा हुआ है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि खोज के बाद जहाज को जनता के सामने रखा जाएगा। वैसे इतिहास की किताबें, वे आमतौर पर हमें बताती हैं कि उस समय भूमध्य सागर में कोई अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य नहीं था। यह लगभग बंद हो गया था। लेकिन इस जहाज के मिलने से इतिहास से जुड़ी कई बातें साफ हो जाएंगी।
(नोट: तस्वीरें प्रतीकात्मक हैं)
(Photo Credit : Twitter)