ये है दुनिया का सबसे छोटा कैमरा! साइज सिर्फ नमक के एक दाने जितना, खींचता है HD तस्वीरें
वाशिंगटन, 02 दिसंबर। दुनिया में ऐसे कई आविष्कार हुए हैं, जिन्होंने इंसानों की लाइफ का कोई आसान बना दिया है। इनमें से एक सबसे खास आविष्कार 'कैमरा' था, जिसके जरिए हम अपनी पुरानी यादों को संजोकर रख सकते हैं। समय से साथ कैमरे में बड़े-बड़े बदलाव होते गए और अब जमाना डिजिटल कैमरों का है। आपने बड़े-छोटे कई तरह के कैमरे देखे होंगे लेकिन आज हम आपको नमक के बड़े दाने जितना एक कैमरे के बारे में बताने जा रहे हैं।
दुनिया का सबसे छोटा कैमरा!
जी हां, यह दुनिया का सबसे छोटा कैमरा है जिसका साइज सिर्फ नमक के एक दाने जितना ही है। हाल ही में अमेरिका का वैज्ञानिकों ने बेहद छोटा कैमरा बनाया है जिसे बारीक नजरों से ही देखा जा सकता है। इसे माइक्रोस्कोपिक कैमरा कहा जा रहा है, जो अपने साइज (आकार) को लेकर सुर्खियों में छाया हुआ है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह सिर्फ आधा मिलीमीटर का है।
इसे कहते हैं माइक्रोस्कोपिक कैमरा
इतना ही नहीं, यह कैमरा कांच जैसे मटेरियल से बना हुआ है। मजेदार बात तो ये है कि इस कैमरे से हाई क्वॉलिटी की रंगीन तस्वीरें ली जा सकती हैं। माइक्रोस्कोपिक कैमरा देखने में जितना छोटा है, वह उसके कई बड़ी साइज की तस्वीर ले सकता है। इस कैमरे की मदद से आने वाले समय में मेडिकल क्षेत्र में काफी सहायता मिलेगी। मरीज के शरीर के अंदर देखने के लिए इस कैमरे का उपयोग किया जा सकता है।
यहां के रिसर्चर्स ने बनाया कैमरा
सोशल मीडिया पर इस नायाब कैमरे की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें इसके साइज को देखा जा सकता है। यह अंगूठे से भी काफी छोटा है। अगर आप इसे इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में सोच रहे हैं तो बता दें कि यह पूरी तरह कंप्यूटर ऑपरेटेड होगा। इस कैमरे को प्रिंसटन विश्वविद्यालय और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के रिसर्चर्स ने मिलकर तैयार किया है।
अपने साइज से पांच लाख गुना बड़ी तस्वीरें ले सकता है
वैज्ञानिकों का दावा है कि उनका बनाया कैमरा पांच लाख गुना बड़ी तस्वीरें कैप्चर कर सकता है। इससे पहले भी कई माइक्रो साइज़ के कैमरा बने हैं लेकिन वह धुंधली तस्वीरें ही ले पाते थे। हालांकि नया माइक्रोस्कोपिक कैमरा क्लियर और रंगीन तस्वीरें कैप्चर कर सकता है। इतना ही नहीं, इसके आस-पास की चीजों को सुपर स्मॉल रोबोट्स सेंस भी कर सकेंगे।
वाइड एंगल तस्वीरें लेने में सक्षम
इसे तैयार करने वाले साइंटिस्ट इथान सेंग ने बताया कि यह कैमरा खास मेटासरफेस है जिस पर 1.6 मिलियन सिलिंड्रिकल पोस्ट हैं, जिससे लाइटिंग में मदद मिलती है। इससे वाइड एंगल तस्वीरें भी खींची जा सकेंगी और उसकी क्वॉलिटी पर भी कैमरे के साइज को कोई असर नहीं पड़ेगा। किसी सामान्य कैमरे के मुकाबले भी यह अच्छी तस्वीरें ले सकता है। अब तक के छोटे कैमरों के साथ समस्या थी कि वह धुंधली तस्वीरें लेते थे।
क्या कैमरे का हो सकता है गलत इस्तेमाल?
इस माइक्रोस्कोपिक कैमरे की खबर सोशल मीडिया पर सामने आते ही महिलाओं को इसके गलत इस्तेमाल को लेकर डर है। पहले ही कई तरह के स्पाई कैमरे मार्केट में मौजूद हैं जो निजी तस्वीरें लेने के लिए गैरकानूनी तरीके से इस्तेमाल हो रहे हैं। हालांकि यह कैमरा अभी रिसर्च के तौर पर विकसित किया गया है, आने वाले समय में इसके दुरुपयोग को लेकर भी विचार किया जा सकता है।
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