US में मुस्लिमों के खिलाफ खतरनाक स्तर तक बढ़ी नफरत, 13 दिनों में 3 हत्याएं, कहां गई मानवाधिकार की बातें?
तफ्तीश में जुटी पुलिस ने कहा कि, "जांचकर्ताओं का मानना है कि शुक्रवार की हत्या दक्षिण एशिया के मुस्लिम पुरुषों की हालिया तीन हत्याओं से जुड़ी हो सकती है।"
न्यू मेक्सिको, अगस्त 08: अमेरिका में एक के बाद एक, मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है और पिछले 13 दिनों में तीन मुस्लिमों की बेरहमी से हत्या की जा चुकी है। जिसके बाद सवाल उठ रहे हैं, कि जो अमेरिका मुस्लिमों की सुरक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करता रहता है, उसका मानवाधिकार को लेकर ज्ञान की बातें कहां हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिमों को निशाना बनाकर मारा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 26 जुलाई, एक अगस्त और 5 अगस्त को तीन मुस्लिमों की हत्या की गई है।
अमेरिका में मुस्लिमों की हत्या
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, ये हत्याएं अमेरिका के न्यू मेक्सिकों में की गई हैं और पुलिस ने कहा है, कि ये तीनों हत्याएं टारगेट किलिंग हैं और पिछले 13 दिनों के अंदर इन तीनों मुस्लिमों की हत्या की गई है। वहीं, मुस्लिमों की हत्याओं के बाद जब विरोध होने लगे हैं और दुनियाभर में अमेरिका की निंदा की जा रही है, तो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान आया है और उन्होंने न्यू मैक्सिको राज्य में चार मुस्लिम पुरुषों की हत्याओं की निंदा की है और कहा कि, पुलिस का कहना है कि यह मुस्लिमों से घृणा से जुड़ा अपराध हो सकता है। बाइडेन ने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि, "मैं अल्बुकर्क में चार मुस्लिम पुरुषों की भीषण हत्याओं से नाराज और दुखी हूं।"
|
राष्ट्रपति बाइडेन ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि, "जब तक हम पूरी जांच का इंतजार कर रहे हैं, मेरी प्रार्थना पीड़ितों के परिवारों के साथ है, और मेरा प्रशासन मुस्लिम समुदाय के साथ मजबूती से खड़ा है। इन घृणित हमलों की अमेरिका में कोई जगह नहीं है।" वहीं, न्यू मैक्सिको के सबसे बड़े शहर अल्बुकर्क में पुलिस ने शनिवार को कहा कि, वे तीन मुस्लिम पुरुषों की हत्याओं की जांच कर रहे हैं, जिन पर उन्हें अब संदेह है कि वे पिछले साल की चौथी हत्या से संबंधित हैं। अल्बुकर्क पुलिस ने एक बयान में कहा कि उन्होंने शुक्रवार रात की गई हत्या में मारे गये शख्स की जांच कर रही है और उसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है। टीवी स्टेशन KOB4 ने बताया कि, उनका शव लूथरन परिवार सेवा कार्यालय के पास मिला, जो शरणार्थियों को सहायता प्रदान करता है। पुलिस अब तक पीड़ित की शिनाख्त नहीं कर पाई है, लेकिन प्रारंभिक तफ्तीश में पता चला है कि, मरने वाले शख्स की उम्र 20 साल के आसपास है और वो दक्षिण एशियाई देश का मूल निवासी था।
|
आपस में जुड़े हैं हत्या के तार?
तफ्तीश में जुटी पुलिस ने कहा कि, "जांचकर्ताओं का मानना है कि शुक्रवार की हत्या दक्षिण एशिया के मुस्लिम पुरुषों की हालिया तीन हत्याओं से जुड़ी हो सकती है।" पिछले पीड़ितों में से दो मुस्लिम पाकिस्तानी पुरुष थे, जिनमें एक की उम्र करीब 27 साल था, जिसका शव एक अगस्त को मिला था, वहीं 26 जुलाई को जिस शख्स की हत्या की गई थी, उसकी उम्र करीब 41 साल के आसपास है। बयान में कहा गया है कि, डिटेक्टिव अब इस बात की जांच कर रहे हैं, कि क्या ये हत्याएं अफगानिस्तान के एक मुस्लिम व्यक्ति की मौत से जुड़ी हैं, जिसे 7 नवंबर, 2021 को अल्बुकर्क में उसके ही दुकान के बाहर मार दिया गया था, जिसे वो अपने भाई के साथ चलाता था। पुलिस ने सूचना देने वाले किसी भी व्यक्ति से टिप लाइन पर कॉल करने की अपील की है, और कहा कि एफबीआई जांच में सहायता कर रही है। वहीं, न्यू मैक्सिको के गवर्नर मिशेल लुजान ग्रिशम ने हत्याओं पर नाराजगी व्यक्त की है और उन्होंने हत्याकांड को पूरी तरह से असहनीय कहा है और कहा कि, वो तफ्तीश में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों को नियुक्त कर रही हैं।
10 हजार डॉलर का इनाम
न्यू मैक्सिको के गवर्नर मिशेल लुजान ग्रिशम ने कहा कि, "हम अल्बुकर्क और ग्रेटर न्यू मैक्सिको के मुस्लिम समुदाय का समर्थन करने और उन्हें सुरक्षा देने के लिए हर संभव काम करेंगे'। वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़े मुस्लिम नागरिक अधिकार समूह, काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस ने हत्यारे या हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए सूचना प्रदान करने वाले को 10,000 डॉलर इनाम देने की पेशकश की है। वहीं, अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, एक के बाद एक हत्याओं के बाद शहर में मुस्लिम समुदाय के बीच तेजी से तनाव बढ़ रहा है। इस्लामिक सेंटर ऑफ़ न्यू मैक्सिको के सार्वजनिक मामलों के निदेशक ताहिर गौबा ने अल्बुकर्क जर्नल को बताया कि, "अब लोग घबराने लगे हैं।"
मुस्लिमों के खिलाफ अमेरिका में बढ़ी हिंसा
आपको बता दें कि, मुस्लिमों की सुरक्षा को लेकर भारत को ज्ञान देने वाला अमेरिका अपने गिरहेबां में झांककर देखने के लिए तैयार नहीं है, जबकि खुद बाइडेन के घर में मुस्लिमों के खिलाफ नफरत और हिंसा में बेतहाशा इजाफा हुआ है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है, कि अमेरिका में साल 2020 के बाद से मुस्लिमों के खिलाफ घृणा में तेजी से इजाफा हुआ है और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत भरी हिंसाओं में वृद्धि हुई है। वहीं, कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में क्रिमिनल जस्टिस के प्रोफेसर ब्रायन लेविन ने न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए कहा कि, साल 2020 के बाद से मुस्लिमों को अलग अलग स्तर पर निशाना बनाया जा रहा है और साल 2021 में मुस्लिमों के खिलाफ होने वाली हिंसा में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
पाकिस्तान के हिन्दू डॉक्टरों की पीड़ा हुई खत्म, अब भारत में मरीजों का कर सकेंगे इलाज