आज और कल धरती से टकराएगा सोलर स्ट्रॉम, जानिए आप पर क्या होगा असर
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ओर से दी गई चेतावनी में धरती से एक सौर तूफान या सोलर स्ट्रॉम टकराने वाला है। नासा ने दरअसल सूरज से निकलने वाली दो किरणों या सोलर फ्लेयर्स को रिकॉर्ड किया है और इसके आधार पर ही नासा ने चेतावनी जारी की है।
लंदन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की ओर से दी गई चेतावनी में धरती से एक सौर तूफान या सोलर स्ट्रॉम टकराने वाला है। नासा ने दरअसल सूरज से निकलने वाली दो किरणों या सोलर फ्लेयर्स को रिकॉर्ड किया है और इसके आधार पर ही नासा ने चेतावनी जारी की है। नासा का कहना है कि किरणों की वजह से सोलर स्टॉर्म पैदा हुआ है जो बुधवार को धरती के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है। इसके नतीजे काफी बुरे हो सकते हैं। इस तूफान की वजह से दुनिया के तमाम हिस्सों में बिजली गुल हो सकती है। लेकिन सोलर स्ट्रॉम क्या होता है और यह कैसे धरती को प्रभावित करता है।
क्या है सोलर फ्लेयर्स और स्ट्रॉम
सूरज के वातावरण में होने वाले ब्लास्ट्स को सोलर फ्लेयर्स कहते हैं। ये फ्लेयर्स धरती पर सामान्य स्तर से ज्यादा रेडिएशन भेजती हैं। सोलर स्ट्रॉम अक्सर उन स्थितियों में होता है जब सूरज से कोई सोलर फ्लयेर्स निकलती है और फिर कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) होता है। सीएमई की वजह से अंतरिक्ष में प्लाज्मा और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन होता है। अगर धरती इन सबके बीच आती है तो फिर उस पर इसका असर पड़ता है। यानी जब सोलर फ्लेयर्स धरती के चुंबकीय क्षेत्र से टकराती हैं तो सोलर स्ट्रॉम आता है।
आम आदमी पर कितना असर
सोलर स्टॉर्म के धरती से टकराने की वजह से सैटलाइट अव्यवस्थित हो। सकते हैं, जिसकी वजह से कमर्शल फ्लाइट्स प्रभावित हो सकती हैं और जीपीएस सिस्टम भी अव्यवस्थित हो सकता है। सोलर स्टॉर्म की वजह से यह भी आशंका जताई जा रही है कि दुनिया के तमाम हिस्सों में बिजली गुल हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस स्ट्रॉम की वजह से रेडियो ब्लैक आउट्स तक हो सकता है। सोलर स्ट्रॉम खतरनाक होते हैं लेकिन एक आम व्यक्ति पर इसका कोई असर पड़ने की संभावना नहीं है। सोलर स्ट्रॉम का असर और संभावित खतरा सिर्फ अंतरिक्ष विज्ञानियों और उन लोगों पर है जो ऊंचाई पर फ्लाई कर रहे होंगे और जो रेडिएशन की चपेट में आ सकते हैं। हालांकि उससे भी उनके स्वास्थ्य पर असर नहीं पड़ेगा। इस सोलर स्ट्रॉम की भविष्यवाणी पिछले हफ्ते की गई थी।