ट्रंप की 'जीरो टॉलरेंस' इमिग्रेंट पॉलिसी का शिकार हुए 52 भारतीय, बच्चों से अलग कर लिया हिरासत में
वॉशिंगटन। इमिग्रेंट्स के खिलाफ अमेरिका की 'जीरो टोलरेंस' पॉलिसी का कई भारतीय भी इसका शिकार हो चुके हैं। एशिया पैसिफिक एक्टिविस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 50 भारतीय बच्चों को उनके परेंट्स से अलग कर डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया है। इन बच्चों को अमेरिका के ऑर्गन डिटेंशन सेंटर में भेजा गया है। अमेरिकी सांसद ने कहा कि इसमें से ज्यादातर लोग सिख समुदाय के हैं, जो अमेरिका में शरण लेना चाहते हैं।
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हाल ही डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने ऑर्गन डिटेंशन सेंटर का दौरा किया था, जिन्होंने मीडिया को बताया कि वे अवैध इमिग्रेंट्स अमेरिका में शरण लेना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के शेरिडन में उन्हें हिरासत में लिया गया और उनमें से ज्यादातर भारतीय है। हिरासत में लिए गए ज्यादातर सिख और ईसाई धर्म से तालुक रखते है, जो अमेरिकी सांसदों से कह रहे हैं कि भारत में उन्हें धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए वे अमेरिका में शरण लेना चाहते हैं।
भारत छोड़कर गए इमिग्रेंट्स ने अमेरिकी सासंदों से कहा कि उन्हें लगता है कि अमेरिका में धर्म की आजादी होगी, लेकिन वे दिन भर जेलों में बंद होने से पागल हो रहे हैं। उन्हें दिन में 22 घंटो तक जेल में रहना पड़ रहा है। एक सासंद ने कहा कि ज्यादातर हिरासत में लिए गए शरणार्थी अपने देश में हिंसा से परेशान होकर निकले हैं।
अमेरिकी सासंद ऐर्ल ब्लूमेन्यूअर ने कहा, 'अमेरिका के इतिहास के लिए यह बहुत ही शर्मनाक वक्त है। मुझे नहीं मालुम कि इमिग्रेंट पर आपकी क्या राय है, लेकिन उन मां-बाप के बाहों से उनके बच्चों को छीनने का समर्थन किसी को भी नहीं किया जाना चाहिए।'
बता दें कि अमेरिका में इन दिनों इमिग्रेंट्स संकट छाया हुआ है, जिसकी स्थिति बहुत ही भयानक है। सीमा पार से अमेरिका में प्रवेश कर रहे लोगों के खिलाफ अमेरिकी पुलिस कार्रवाई कर रही है और उन्हें हिरासत में ले रही है। जो लोग अपने बच्चों के साथ अमेरिका में आ रहे हैं उन्हें अलग किया जा रहा है। डिटेंशन में भेजे गए बच्चों की स्थिति बहुत ही भयावह बताई जा रही है।