मत्स्य पालन में MP बनाएगा रिकॉर्ड, 'मात्स्यिकी कार्यशाला-2022' का हुआ आयोजन
इंदौर, 24 सितंबर : मत्स्य पालन के क्षेत्र में मार्केटिंग, ब्रांडिंग और एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए इंदौर में एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 5 देशों और आठ राज्यों के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में मत्स्य उत्पादकों, मत्स्य पालको एवं मत्स्य विक्रेताओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में प्रदेश में मछली पालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से और मीठे पानी की उत्पादित मछली को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए विचार विमर्श हुआ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों के साथ चर्चा
इस कार्यशाला में इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों के साथ चर्चा भी की गई। प्रदेश में मीठे पानी में उत्पादित होने वाली मछली की मार्केटिंग, ब्रांडिंग, और निर्यात के लिए नई संभावना पर भी विचार किया गया। इस कार्यशाला में 5 देशों जापान, वियतनाम, थाईलैंड, मॉरीशस तथा नेपाल के प्रतिनिधि भी विशेष रूप से सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक रमेश मेंदोला, केन्द्र सरकार के मछली पालन विभाग के संयुक्त सचिव सागर मेहरा, राज्य सरकार के मछली पालन विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम की आर. वनिता और राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड हैदराबाद के संचालक विजय कुमार भी उपस्थित थे।
विभाग द्वारा अनेक नवाचार शुरू किये गये हैं
जल संसाधन, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री तुलसी राम सिलावट ने कार्यशाला में कहा कि, प्रदेश में मछली पालन विभाग द्वारा अनेक नवाचार शुरू किये गये हैं। इस कार्यशाला में मत्स्य महासंघ द्वारा मछुआ प्रोत्साहन राशि और आजीविका सहयोग योजना के अंतर्गत 11 करोड़ की राशि का भी वितरण किया गया। प्रदेश में नवाचार के रूप में मार्केटिंग के लिए स्मार्ट फिश पार्लर भी खोले जाएंगे। इसके साथ ही युवाओं को रोजगार के लिए फिश कॉर्नर खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही मछली उत्पादन और विक्रय के लिए मदद करने हेतु युवाओं को 50 मोटरसाइकिल, 100 किसान क्रेडिट कार्ड, अन्य योजना का लाभ भी मछुआ युवाओं को वितरित किये गये।
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