Pratibha Pal : स्वच्छता में इंदौर के नंबर वन बनने की कहानी, प्रसव से 12 घंटे पहले तक ड्यूटी देती रहीं IAS
प्रसव से 12 घंटे पहले तक बैठकें लेती रहीं यह
इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब लगातार चार बार हासिल कर चुका इंदौर पांचवीं बार भी यह उपलब्धि हासिल करने की ओर अग्रसर है। इसके लिए इंदौर नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं। इन्हीं में शामिल हैं आईएएस प्रतिभा पाल, जो इन दिनों इंदौर नगर निगम की कमिश्नर हैं। आईएएस प्रतिभा पाल का अपने काम के प्रति समर्पण भाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान छुट्टी नहीं ली। यही नहीं बल्कि प्रसव के 12 घंटे पहले तक भी प्रतिभा पाल काम करती रहीं। अब वो मां बनी हैं तो उनका अपने जॉब के प्रति डेडिकेशन चर्चा का विषय बना हुआ है।
2012 बैच की आईएएस अधिकारी हैं प्रतिभा पाल
बता दें कि वर्ष 2012 बैच की आईएएस अधिकारी प्रतिभा पाल की गिनती तेज तर्रार अफसरों में होती है। बतौर इंदौर नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल रविवार रात तक स्वच्छता सर्वे से जुड़े कामों की समीक्षा बैठकें ले रही थीं। साथ ही अधूरे कामों को पूरा कराने के लिए अफसरों को निर्देश भी देती नजर आई थी। सोमवार सुबह उन्होंने निजी अस्पताल में बेटे को जन्म दिया।
लगातार बगैर छुट्टी काम कर रही थीं
बता दें कि इंदौर नगर निगम बनने के बाद से ही आईएएस प्रतिभा पाल लगातार शहर की सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर करने में लगी हुई हैं। स्वच्छता के प्रति जनता में जागरूकता के लिए भी वे निगम की ओर से लगातार कार्यक्रम करवा रहीं थी। वे गर्भवती होने के बाद भी स्वच्छता कार्यक्रम की वजह से लगातार बगैर छुट्टी काम कर रही थी।
यहां दो साल की बेटी के साथ पहुंची थीं एएसपी
आईएएस प्रतिभा पाल से भी पहले ऐसे कई उदाहरण सामने आ चुके हैं, जिसने अफसरों ने अपने काम के प्रति समर्पण का भाव दिखाया है। साल 2019 में तत्कालीन एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र अपनी 2 साल की बेटी को गोद में लेकर देर रात इंदौर से 20 किमी दूर खुड़ैल थाने का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंची थीं। करीब 45 मिनट तक एसएसपी ने पेंडिंग अपराधों की फाइल देखी। इस दौरान उन्होंने अफसरों से वहां के बड़े अपराधों की जानकारी ली और हालात सुधारने के लिए निर्देश भी दिए।
24 दिन की बेटी को गोद में लेकर ऑफिस पहुंची पांडेय
इसी तरह से अक्टूबर 2020 में गाजियाबाद से सटे मोदीनगर की एसडीएम आईएएस अधिकारी सौम्या पांडेय की अपनी 24 दिन की बेटी को गोद में लेकर काम करते दिखीं। देश के प्रतिष्ठित कॉलेज मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक में गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद सौम्या पांडेय ने अपने प्रथम प्रयास में ही आईएएस की परीक्षा में टॉप टेन में जगह बनाई थी। कोरोना महामारी के चलते सौम्या ने 17 सिंतबर को एक बेटी को जन्म दिया था। बेटी के जन्म के 15 दिन बाद वह काम पर लौट आईं।
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