Indore लगाएगा 'स्वच्छता का सत्ता', महापौर के साथ ही पार्षदों ने किया ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण
स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार छठी बार नंबर वन आकर स्वच्छता का छक्का लगाने वाले शहर इंदौर में अब स्वच्छता का सत्ता लगाने की तैयारी की जा रही है। इसी के मद्देनजर महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ पार्षदों ने इंदौर शहर को स्वच्छता के शीर्ष पर पहुँचाने वाले "सिटी बस कार्यालय" में पहुँचकर सम्पूर्ण शहर में होने वाली "डोर टू डोर" कचरा संग्रहण की संचालन गतिविधियों एवं टेक्निकल सिस्टम को समझा, और इसके पश्चात् ट्रेन्चिंग ग्राउंड पहुँचकर वहाँ कचरा निपटान से संबंधित गतिविधियाँ को देखा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि, इंदौर शहर द्वारा स्वच्छता का "सत्ते पर सत्ता" लगाने हेतु शहर की जनता एवं स्वच्छता मित्र प्रतिबद्ध है एवं इसके लिए आवश्यक कार्रवाई का आगाज हम कर चुके हैं।
बस में सवार हुए जनप्रतिनिधि
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के साथ इलेक्ट्रीक बस में सवार होकर नगर निगम के पार्षदों का दल सबसे पहले "सिटी बस कार्यालय" में पहुँचा, जहां सम्पूर्ण शहर में होने वाली "डोर टू डोर" कचरा संग्रहण की संचालन गतिविधियों एवं टेक्निकल सिस्टम को समझा। वहीं इसके बाद महापौर और पार्षदों के दल ने ट्रेन्चिंग ग्राउंड पहुँचकर वहाँ कचरा निपटान से संबंधित गतिविधियाँ को देखा। इस दौरान सभापति मुन्नालाल यादव, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, एमआईसी सदस्य राजेंद्र राठौर, अश्विनी शुक्ला, प्रिया डांगी और नंदकिशोर पहाड़िया समेत कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के पार्षद मौजूद रहे।
इंदौर इसलिए स्वच्छता में नंबर वन
प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर ने वैसे तो स्वच्छता में कई नए आयाम स्थापित किए हैं, लेकिन अबकी बार इंदौर शहर ने बायो सीएनजी प्लांट स्थापित कर बड़ा कमाल कर दिखाया था जिसके चलते इंदौर शहर ने कचरे से कमाई का तरीका पूरे देश को बतलाया है। इतना ही नहीं, इंदौर ने कचरे के कलेक्शन और ट्रांसपोर्टेशन पर शत-प्रतिशत यूजर चार्ज वसूलने और जीरो कॉस्ट माडल पेश किया। यही कारण है कि, अबकी बार इंदौर एक बार फिर स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे आगे नजर आया, और अबकी बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन आया है।
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