श्रीनगर में सीआरपीएफ की गाड़ी से घायल युवक की अस्पताल में मौत, पुलिस ने CRPF के खिलाफ दर्ज किया केस
जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार को जो युवक सीआरपीएफ की गाड़ी चढ़ने से घायल हुआ था, शनिवार को उसकी मौत हो गई है। अधिकारियों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई। इस घटना के बाद घाटी का माहौल और बिगड़ने की संभावना है।
जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार को जो युवक सीआरपीएफ की गाड़ी चढ़ने से घायल हुआ था, शनिवार को उसकी मौत हो गई है। अधिकारियों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई। इस घटना के बाद घाटी का माहौल और बिगड़ने की संभावना है। शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में इस युवक को भर्ती कराया गया था। इस युवक नाम कैसर मोहम्मद बताया जा रहा है और अस्पताल के सूत्रों का कहना है कि यह गंभीर रूप से घायल हो गया था। जम्मू कश्मीर पुलिस ने अब इस पूरे मामले में सीआरपीएफ की श्रीनगर यूनिट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ में फंस गई थी गाड़ी
जम्मू कश्मीर पुलिस ने सीआरपीएफ की श्रीनगर यूनिट के पर एक पत्थरबाज की मौत का केस दर्ज किया है। पुलिस की ओर से सेक्शन हत्या की कोशिश से जुड़ी धारा 307, खतरनाक हथियारों की मदद से दंगे फैलाने वाली धारा 148 और लापरवाही से गाड़ी चलाने वाली धारा 279 के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा यूनिट पर 149, 152, 336 और 427 धाराओं के तहत भी मुकदमा दर्ज हुआ है। शुक्रवार को श्रीनगर के नौहट्टा में भीड़ प्रदर्शनकर रही थी जब सीआरपीएफ की एक गाड़ी वहां पर फंस गई। यह गाड़ी एक ऑफिसर को छोड़ने आई थी और भीड़ ने इसे उसी समय घेर लिया। जिस जगह पर यह घटना हुई वहां उस समय पुलिस का डेप्लॉयमेंट ही नहीं था और पास में मस्जिद थी।
रमजान और जुमे की वजह से अथॉरिटीज ने फैसला किया था कि किसी भी तरह से कोई तनाव न हो और इस वजह से पुलिस को डेप्लॉय नहीं किया गया। पुलिस की ओर से कहा गया है कि सीआरपीएफ की गाड़ी ने गलत टर्न ले लिया और यहां की जामिया मस्जिद में प्रदर्शन कर रहे युवाओं की भीड़ में गाड़ी फंस गई। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना पर महबूबा मुफ्ती और उनकी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सीजफायर का मतलब बंदूक नहीं जीप का प्रयोग करें।' अब्दुल्ला ने इसके साथ ही पिछले वर्ष एक युवक को जीप पर बांधने वाली घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने महबूबा से पूछा कि क्या यही उनका एसओपी है।
Earlier they tied people to the fronts of jeeps & paraded them around villages to deter protestors now they just drive their jeeps right over protestors. Is this your new SOP @MehboobaMufti sahiba? Ceasefire means no guns so use jeeps? https://t.co/42W6vGAPVi
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 1, 2018