बाबा रामदेव ने की राहुल गांधी की तारीफ, राम मंदिर निर्माण को लेकर कही बड़ी बात
नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव हमेशा से भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रशंसक रहे हैं, लेकिन तीन राज्यों में सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद उन्होंने इशारों-इशारों में राहुल गांधी की तारीफ की। बाबा रामदेव ने राहुल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कर्म किया और वो जीत गए। उन्होंने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री से प्रेम है, लेकिन विपक्ष के खिलाफ नहीं हूं। कांग्रेस की जीत पर रामदेव ने कहा कि राहुल और उनकी टीम ने काम किया, जिसका फल उन्हें मिला। प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और नितिन गडकरी भी कोशिश कर रहे हैं उन्हें भी फल मिलेगा।
राहुल गांधी की तारीफ
वहीं किसानों की कर्जमाफी पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां केवल किसान पर बात करती है, लेकिन काम नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अच्छे काम किए हैं, अच्छी योजनाएं चलाई, लेकिन उनकी योजनाओं में नौकरशाही ने कैसा कदम उठाया और कितना फंड किसानों तक पहुंचा ये देखने वाली बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया जैसी पहल की, जो देश के लिए हितकर हैं, लेकिन इसका इतना असर लोगों तक पहुंचा ये देखना होगा।
राहुल की पीएम उम्मीदवारी पर क्या बोले रामदेव
राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर रामदेव कुछ भी कहने से बचते रहे। उन्होंने बस इतना कहा कि जो भी प्रधानमंत्री बने वह देश के साथ धोखा न करे। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर के गरमाए मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। मंदिर बनाने की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव राष्ट्रीय मुद्दा है और मंदिर एक अलग मुद्दा है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या अफगानिस्तान, पाकिस्तान, मक्का मस्जिद और वेटिकन सिटी में बनेगा? उन्होंने राम मंदिर और चुनाव को जोड़े जाने पर आपत्ति जताई। आपको बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बाबा रामदेव ने भाजपा के लिए प्रचार किया था।
नोटबंदी को बताया अधूरा फैसला
उन्होंने
कहा
कि
2019
में
क्या
होगा
कोई
कुछ
नहीं
कह
सकता
है।
उन्होंने
मोदी
सरकार
के
नोटबंदी
के
फैसले
को
अधूरा
बताया।
उन्होंने
कहा
कि
नोटबंदी
के
साथ
और
भी
कदम
उठाए
जाने
थे।
उन्होंने
2000
के
नोट
के
बजाए
छोटे
नोट
की
वकालत
की।
कालाधन
के
मुद्दे
पर
आंदोलन
कर
चुके
बाबा
रामदेव
ने
कहा
कि
मैं
सुनने-सुनाने
से
ज्यादा
करने
में
यकीन
रखता
हूं।
उन्होंने
इस
मुद्दे
पर
मोदी
सरकार
के
किए
वादों
को
लेकर
कुछ
भी
साफ-साफ
नहीं
कहा।