Yes Bank में पायल रोहतगी के पिता के कितने पैसे फंसे हैं, खुद किया रकम का खुलासा
Yes Bank में बिग बॉस की पूर्व कंटेस्टेंट पायल रोहतगी के पिता के आखिर कितने रुपए फंसे हुए हैं...
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को निजी सेक्टर के बैंक 'यस बैंक' के ऊपर एक बड़ी कार्रवाई करते उसके बोर्ड को भंग कर दिया और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया। आरबीआई ने यस बैंक के खाता धारकों के लिए अपने खातों से कैश निकालने की लिमिट भी तय कर दी है। अब यस बैंक के खाता धारक 3 अप्रैल 2020 तक 50 हजार रुपए से ज्यादा कैश नहीं निकाल पाएंगे। यस बैंक के अंदर बॉलीवुड अभिनेत्री और बिग बॉस की पूर्व कंटेस्टेंट पायल रोहतगी के पिता शशांक रोहतगी का भी खाता है और उन्होंने ट्वीट कर पीएम मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई। पायल रोहतगी ने बताया है कि यस बैंक में उनके पिता के कितने पैसे जमा हैं।
'दूसरे बैंक में ट्रांसफर करना चाहते थे खाता'
ABP न्यूज से बात करते हुए अभिनेत्री पायल रोहतगी ने बताया, 'यस बैंक में मेरे पिता के दो करोड़ रुपए जमा हैं। मेरे पिता शशांक रोहतगी की उम्र करीब 70 साल है और वो पिछले कुछ सालों से कैंसर और उम्र संबंधी दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं। यस बैंक के संकट के बारे में जैसे ही उन्हें खबर मिली तो वो काफी परेशान हो गए हैं। हमारे परिवार के सदस्यों को उनके इलाज के लिए अब पैसों को लेकर परेशानी होगी। मेरे पिता ने 5 मार्च को ही यस बैंक से अपने सारे पैसे निकालकर दूसरे बैंक में जमा करने की प्रक्रिया शुरू की थी।'
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'गुरुवार को चेक लेने जाने वाले थे मेरे पिता'
पायल रोहतगी ने आगे बताया, 'बैंक अधिकारियों ने उन्हें चेक देने का आश्वासन भी दिया था। गुरुवार को मेरे पिता चेक लेने के लिए बैंक जाने ही वाले थी कि आरबीआई का फैसला आ गया। मेरे पिता ने 2009 में यस बैंक की गुड़गांव ब्रांच में अपना खाता खोला था और सात साल पहले ही इस खाते को अहमदाबाद की सुभाष चौक ब्रांच में ट्रांसफर कराया था। मेरे पिता पिछले करीब एक साल से यस बैंक को लेकर चल रही खबरों को सुन रहे थे और इसीलिए उन्होंने अपना खाता किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कराने का फैसला लिया।'
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पायल रोहतगी ने डिलीट किया अपना ट्वीट
पायल रोहतगी ने कहा, 'यस बैंक के अधिकारी लगातार मेरे पिता को इस बात का आश्वासन दे रहे थे कि बैंक के हालात ठीक हैं। इसी वजह से मेरे पिता का खाता ट्रांसफर होने में देरी हुई।' आपको बता दें कि यस बैंक पर आरबीआई की कार्रवाई को लेकर पायल रोहतगी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए पीएम मोदी और गृह मंत्री से इस मामले में मदद की गुहार लगाई थी। हालांकि जब लोगों ने उनके इस ट्वीट को लेकर उन्हें ट्रोल किया तो उन्होंने इसे डिलीट कर दिया। अपने इस ट्वीट में पायल रोहतगी ने लिखा था कि यस बैंक में उनके पिता के भी पैसे हैं और ये अच्छी अर्थव्यवस्था का संकेत नहीं है।
इन परिस्थितियों में निकाल सकते हैं ज्यादा कैश
गौरतलब है कि आरबीआई ने अब यस बैंक के खाता धारकों के लिए अपने खातों से कैश निकालने की लिमिट तय कर दी है। अब यस बैंक के खाता धारक 50 हजार रुपए से ज्यादा कैश नहीं निकाल पाएंगे। आरबीआई ने यह लिमिट 3 अप्रैल 2020 तक के लिए तय की है। हालांकि कुछ मामलों में खाता धारक 50 हजार से ज्यादा कैश निकाल सकते हैं। लेकिन, ऐसे मामलों में भी खाता धारक अपने खाते से 5 लाख रुपए से ज्यादा रकम नहीं निकाल पाएंगे। जिन मामलों में खाता धारकों को 50 हजार रुपए से ज्यादा कैश निकालने की छूट होगी, वो हैं:-
1:-
खाता
धारक
या
उसके
आश्रितों
के
मेडिकल
इलाज
के
लिए
2:-
खाता
धारक
या
उसके
आश्रितों
की
उच्च
शिक्षा
के
लिए
3:-
खाता
धारक
या
उसके
आश्रितों
के
शादी
खर्च
के
लिए
4:-
खाता
धारक
या
उसके
आश्रितों
की
कोई
अनिवार्य
इमरजेंसी
सैलरी अकाउंट हो तो क्या करें
आरबीआई ने कहा है कि बैंक में जमा धनराशि पर ब्याज भी दिया जाएगा। इसके अलावा अगर आप अपने यस बैंक के खाते से किसी ईएमआई का भुगतान कर रहे हैं, तो आपको तुरंत ईएमआई रिसीव करने वाले बैंक या हाउसिंग कंपनी से बात करनी होगी और मामला सुलझाने के लिए एक महीने की विंडो के लिए कहना होगा। वहीं, अगर आपकी सैलरी आपके यस बैंक के खाते में आती है तो सबसे पहले आपको अपने एचआर से बात करनी होगी। एचआर से बात करके आप अपनी सैलरी के लिए किसी दूसरे खाते की डिटेल दे सकते हैं।
मामले पर RBI ने क्या कहा
वहीं, मामले को लेकर आरबीआई के गवर्नर शशिकांत दास ने कहा कि यस बैंक के ऊपर फैसला 'बड़े स्तर' पर लिया गया है, व्यक्तिगत इकाई स्तर पर नहीं। शशिकांत दास ने कहा, 'यह फैसला बैंक की वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। बैंक को रिकवर करने के लिए समय दिया गया था। आरबीआई ने उस वक्त हस्तक्षेप किया है, जब उसे लगा कि यस बैंक के प्रयास नाकाफी हैं। आरबीआई की तरफ से जो 30 दिन दिए हैं, वह आउटर लिमिट है। इस मामले में बैंक के खाताधारकों को घबराने की जरूरत नहीं है।'
'हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं- वित्त मंत्री
यस बैंक के मामले पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि खाताधारकों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है और ग्राहकों के पैसे पूरी तरह सुरक्षित हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा, 'हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं, जल्द ही भारतीय रिजर्व बैंक नई योजनाओं के साथ इस संकट से निपटने का रास्ता निकाल लेगा। मैं खाताधारकों और निवेशकों को आश्वासन दिलाना चाहती हूं कि सरकार और आरबीआई इस मुद्दे पर नजर बनाए हुए हैं। घबराने की जरूरत नहीं है, सबके पैसे सुरक्षित हैं। हमने एक नियमावली बनाई है, जो सभी के हित में होगी।'
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