शादी तुड़वाने के लिए महिला को योग केंद्र में बनाया बंधक, यौन उत्पीड़न का लगाया आरोप
नई दिल्ली। केरल की एक 28 साल की हिंदू महिला ने एक योग केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए है। महिला ने कहा कि उसकी शादी तुड़वाने के लिए योग केंद्र के लोगों उसका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करते थे। महिला ने केरल हाई कोर्ट में इसके खिलाफ एक हलफनामा दायर किया है।
अपने हलफनामे में महिला ने कहा है कि उसे कोची के एक योग केंद्र में 22 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था। ईसाई व्यक्ति से उसकी शादी तुड़वाने के लिए योग केंद्र में उसे लगातार प्रताड़ित किया जाता था। उसके हाथ बांध दिए जाते थे। उसे जमीन पर सुलाया जाता था। बिना दरवाजे वाले शौचालय में जाने के लिए मजबूर किया जाता था। महिला ने आरोप लगाया कि योग केंद्र में उसके अलावा 60 और महिलाओं को बंधक बना कर रखा गया था, जिसमें से अधिकांश महिलाएं मानसिक रूप से बीमारी है।
महिला के मुताबिक योग केंद्र में उन महिलाओं को बंधक बनाकर रखा जाता है, जो गैर धर्म के युवकों से शादी करना चाहती थीं। वहां उन्हें दूसरे धर्म की कमियों को बताया जाता था्। उसका ब्रेनवॉश करने की कोशिश की जाती थी। किसी तरह वहां से भागकर निकली श्वेता ने बताया कि वो पिछले 10 महीनों से एक ईसाई लड़के रिंट आइजक के साथ रह रही है और उन्होंने एक मंदिर में शादी की थी और विशेष विवाह अधिनियम के तहत अपनी शादी पंजीकृत करायी थी। लेकिन उसके घरवाले इस शादी से नाखुश थे और इसलिए उसे उस योग केंद्र ले गए। इस हलफनामे के बाद उस योग केंद्र को बंद करने का आदेस जारी किया गया है। पुलिस ने योग केंद्र के संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया है। योग केंद्र के प्रमुख मनोज समेत चार योग टीचर फरार हैं।