'हिंदू रिप्रजेंटेटिव' देकर फंसी Airtel, मचा बवाल, उमर अब्दुल्ला ने लगाई क्लास
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नई दिल्लीः टेलीकॉम कंपनी एयरटेल को सोमवार (18जून) को कई लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध इतना बढ़ा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी एयरटेल की आलोचना की। दरअसल, इस पूरे मामले की शुरुआत पूजा नाम की एक ग्राहक से हुई, जब पूजा ने एयरटेल से हिंदू रिप्रेज़ेंटेटिव भेजने की मांग की। पूजा नाम की ट्विटर यूजर ने एयरटेल इंडिया को अपनी समस्या से अवगत कराया। इसका रिप्लाई करते हुए एयरटेल के कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव ने जल्द से जल्द समस्या को खत्म करने का आश्वासन दिया।
एयरटेल से ग्राहक ने की शिकायत
ग्राहक की समस्या के समाधान के लिए एयरटेल ने जल्द ही एक एग्जीक्यूटिव को भेजा, जिसका नाम शोएब था। इस पर पूजा असंतुष्ट दिखी और शोएब के धर्म पर भी सवाल उठाए। पूजा ने शोएब के धर्म पर सवाल उठाते हुए लिखा कि, ''डियर शोएब, आप मुसलमान है और मुझे आपके काम करने के तरीके पर यकीन नहीं है। कुरान में कस्टमर्स की सर्विस का कुछ अलग तरीका होगा। इसलिए मैं कंपनी से चाहती हूं कि मेरी मदद के लिए वह एक हिंदू रिप्रजेंटेटिव चुने।"
एयरटेल ने भेजा दूसरा रिप्रजेंटेटिव
इसके बाद एयरटेल ने पूजा के लिए दूसरा हिंदू रिप्रजेंटेटिव भेजा और पूजा की समस्या का समाधान किया गया एयरटेल के इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर कंपनी की काफी आलोचना की जा रही है। कई ट्विटर यूजर्स ने एयरटेल पर सवाल उठाए।
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उमर अब्दुल्ला ने लगाई एयरटेल की क्लास
वहीं, सोशल मीडिया पर मामला बढ़ा तो जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एयरटेल की आलोचना की और ट्वीट किया। उमर अब्दुल्ला ने लिखा कि , "मैने पूरी बातचीत पढ़ी और मैं अपना नंबर पोर्ट करवा रहा हूं। साथ ही मैं एयरटेल डीटीएच कनेक्शन भी बंद करवा दूंगा।"
एयरटेल ने दी सफाई, कहा- 'मजहबी रंग' न दिया जाए
विवाद बढ़ता देख एयरटेल ने सोशल मीडिया पर सफाई दी। एयरटेल का कहना है कि वह किसी भी उपभोक्ता और कर्मचारी के साथ जाति या धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करती है। कंपनी ने निवेदन करते हुए कहा है कि इस घटना को 'मजहबी रंग' न दिया जाए।
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