निठारी कांड: इस बीमारी में लग जाती है शवों के साथ सेक्स करने की लत
नेक्रोफिलिया- यह ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान शव के साथ सेक्स करता है। दरअसल, उसे इस बात का डर रहता है कि महिला उसका विरोध करेगी। वह उसे संतुष्ट नहीं कर पाएगा। यह बात उसके दिमाग में सालों से रहती है। वह कोशिश भी करता है। लेकिन असफल होता है। ऐसे में वह इस कदर मानसिक रूप से विकृत हो जाता है कि शव के साथ ही सेक्स करता है। ऐसा वह आत्म संतुष्टी के लिए करता है।
बेटा खोकर बचाई बेटी
नेक्रोफिलिया (necrophilia) ग्रीक शब्द से उभरा है। दरअसल, यह दो शब्दों का मेल है। नेक्रो (In Greek- Nekros) इसका मतलब मरा हुआ (Corpse or dead) और फिलिया (Philia - Friendship) मतलब दोस्त या आकर्षण। यानी शव के प्रति आकर्षण। ऐसी विकृति मिश्र में कई सदियों पहले भी होने के प्रमाण मिले हैं।
वहां
मरी
हुई
सुंदर
महिला
के
शव
को
चार
से
पांच
दिनों
तक
रखा
जाता
था।
भारत
ही
नहीं
पूरे
विश्व
में
इस
तरह
की
बीमारी
से
ग्रसित
लोगों
की
संख्या
भी
बहुत
है।
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
इस
बीमारी
से
ग्रस्त
होने
में
10
से
15
साल
लग
जाते
हैं।
अचानक
कोई
भी
इंसान
इससे
पीडि़त
नहीं
होता।
जब
वह
सेक्स
करने
में
असफल
हो
जाता
है
तो
उसे
सोच-सोच
कर
परेशान
हो
जाता
है।
सुरेंद्र कोली के मामले में भी ऐसा ही कुछ था। शादी के बाद से वह परेशान रहने लगा। यही वजह है कि वह अपनी हवस को शांत करने के लिए बच्चों को ही बुला लेता था। क्योंकि उसे इस बात का डर रहता था कि ज्यादा उम्र की लड़की उससे संतुष्ट नहीं होगी। हालांकि इस तरह की बातों की पुष्टि चिकित्सकीय तौर पर नहीं हुई थी।