500-1000 के नोट बैन: इन 50 दिनों में किसकी होगी चांदी और किस पर आएगी आफत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बताया कि शुरुआती कुछ दिनों में एटीएम से सिर्फ 2000 रुपये निकाले जा सकेंगे. यह लिमिट 4000 तक बढ़ाई जा सकती है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से नए नोट जारी किए जाने और 500-1000 के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले से काफी लोग मुश्किल में हैं। काला धन पर नकेल कसने और उसे बाहर लाने के लिए सरकार ने यह फैसला तो लिया लेकिन उससे बहुत से लोग प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि इस फैसले से अचानक बहुत से लोगों की चांदी भी होने वाली है।
इन लोगों को है सबसे ज्यादा मुश्किल
सरकार ने पुराने नोट बदलने के लिए 50 दिनों का वक्त दिया है। इन में सभी को पुराने नोट बैंक में देकर नए नोट हासिल करने होंगे। इसके लिए पहचान पत्र जरूरी होगा। लेकिन नोट बैन होने के अगले ही दिन बैंक और एटीएम बंद होने की वजह से छोटे कारोबारियों का हाल बेहाल है। थोक कारोबारी, सब्जी बेचने वाले, किराना स्टोर और मजदूरी करने वालों को इस फैसले की वजह से सबसे ज्यादा मुश्किल झेलनी पड़ रही है। सब्जी बेचने वालों और किराना स्टोर चलाने वालों के लिए मुश्किल यह है कि वे कार्ड पेमेंट की व्यवस्था नहीं रखते हैं।
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कई
जगह
झड़प
भी
हुई
बैंक
और
एटीएम
बंद
होने
से
100
रुपये
के
नोट
भी
लोगों
को
नहीं
मिल
पा
रहे
हैं।
सरकार
की
ओर
से
घोषणा
होने
के
बाद
ही
लोगों
की
लंबी
लाइन
एटीएम
के
बाहर
देखने
को
मिली।
पेट्रोल
पंप
पर
भी
लोगों
की
लंबी
लाइन
देखने
को
मिल
रही
है
और
कई
जगह
झड़प
भी
हुई
है।
पेट्रोल
पंप
कर्मचारियों
ने
बताया
कि
लोग
1000
का
नोट
देकर
100
रुपये
का
पेट्रोल
भरा
रहे
हैं
और
बदले
में
सारे
नोट
100-100
के
मांग
रहे
हैं।
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इन लोगों को होगा फायदा
बैंक और एटीएम बंद होने का फायदा मोबाइल ऐप आधारित उन कंपनियों को मिल रहा है जो पेमेंट और वॉलेट सुविधा देती हैं। पेटीएम, ऑक्सीजेन, मोबीक्विक, फ्रीचार्ज समेत दूसरी कंपनियां इसका भरपूर फायदा उठा रही हैं। सरकार की ओर से 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा होने के कुछ दे बाद ही पेटीएम ने ग्राहकों को नोटिफिकेशन भेजना शुरू कर दिया कि वे परेशान होने के बजाय पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल करें और 500-1000 के नोटों की मुश्किल से छुटकारा पाएं।
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कैश ऑन डिलीवरी के ऑप्शन पर मुसीबत
ईकॉमर्स कंपनियों पर भी इस फैसले का असर पड़ेगा। कंपनियां कैश ऑन डिलीवरी के ऑप्शन को कुछ दिनों के लिए बंद कर सकती हैं। इसके पीछे वजह यह है कि अगले 50 दिनों में पैसे निकालने की लिमिट तय होगी। इस कारण लोग ज्यादा कैश नहीं निकाल पाएंगे। ऐसे वक्त में जो लोग कभी भी ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल नहीं करते थे वो भी अब मोबाइल वॉलेट और डेबिट कार्ड पेमेंट की ओर मुड़ रहे हैं। मोबीक्विक की को-फाउंडर सीईओ उपासना टाकू ने कहा कि ई-कॉमर्स साइट्स के लिए कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन बीते दिनों की बात होने वाला है।
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शुरुआती दिनों में निकाल पाएंगे कम पैसे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बताया कि शुरुआती कुछ दिनों में एटीएम से सिर्फ 2000 रुपये निकाले जा सकेंगे. यह लिमिट 4000 तक बढ़ाई जा सकती है। बैंकों में जाकर लोग एक दिन में 10000 रुपये और एक सप्ताह में अधिकतम 20000 रुपये निकाल पाएंगे। यह व्यवस्था शुरुआती कुछ दिनों के लिए लागू होगी।
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