आतंकियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया जम्मू कश्मीर का 'न्यूटन'
श्रीनगर। गुरुवार को जम्मू कश्मीर के त्राल में इंडियन आर्मी और सिक्योरिटी फोर्सेज की जो मुठभेड़ हुई उसमें तीन आतंकियों के मारे जाने की खबरें थीं। ये आतंकी हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े थे और इन आतंकियों में जम्मू कश्मीर बोर्ड एग्जाम का टॉपर भी था। 20 वर्ष का इशाक अहमद पैरे भी था।
98 प्रतिशत नंबरों वाला आतंकी
पैरे ने वर्ष 2011 में जम्मू कश्मीर बोर्ड की परीक्षाओं में 98 प्रतिशत नंबरों के साथ टॉप किया था। उसकी इस उपलब्धि की वजह से उसे लोगों ने 'न्यूटन' कहना शुरू कर दिया था।
बुधवार को सेना को खबर मिली थी कि त्राल में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। इसके बाद सेना की ओर से एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। इस सर्च ऑपरेशन में ही सेना ने इन तीन आतंकियों को मार गिराया।
2915 में शामिल हुआ हिजबुल में
पैरे हिजबुल को कमांडर बुरहान मुजफ्फर वानी का करीबी था और वर्ष 2015 में इस संगठन में शामिल हुआ था।
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक लारीबल त्राल का रहने वाला पैरे ने जहां दसवीं के एग्जाम में 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे।
वहीं बारहवीं की परीक्षा उसने 85 प्रतिशत नंबरों के साथ पास की थी। इस वजह से उसके दोस्त और स्कूल के लोग उसे 'न्यूटन' कहते थे।
बुधवार को मिली थी जानकारी
बुधवार को त्राल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर एक अभियान चलाया था।
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए थे। परे के अलावा जो दो आतंकी मारे गए थे वो ए प्लस और ए कैटेगरी के आतंकी थे।
सेना के मुताबिक आशिक हुसैन भट्ट नाम के आतंकी का संबंध उधमपुर अटैक के सिलसिले में सामने आया था। बताया जा रहा है कि भट्ट ने उधमपुर हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों को शरण दी थी।