कोरोना डेल्टा वेरिएंट बाकी अन्य वेरिएंट पर पड़ रहा है भारी, दुनियाभर में बन रहा है चिंता का कारण: WHO
कोरोना डेल्टा वेरिएंट बाकी अन्य वेरिएंट पर पड़ रहा है भारी, दुनियाभर में बन रहा है चिंता का कारण: WHO
नई दिल्ली, 23 सितंबर: कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट दुनियाभर के बाकी वेरिएंट से कहीं अधिक खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोविड -19 पर तकनीकी नेतृत्व मारिया वान केरखोव ने कहा है कि कोविड-19 का डेल्टा वेरिएंट दुनियाभर में चिंता का कारण बन रहा है। डेल्टा वेरिएंट अल्फा, बीटा और गामा वेरिएंट को मात दे रहा है और बाकी अन्य वेरिएंट से अधिक जानलेवा साबित हो रहा है। वान केरखोव ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट भी समय के साथ अधिक मजबूत होता जा रहा है और अब सक्रिय रूप से अन्य सभी कोविड-वेरिएंट को प्रचलन में बदल रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि वर्तमान में अल्फा, बीटा और गामा वेरिएंट सबके मामले कम हो गए हैं लेकिन दुनिया भर में मुख्य रूप से डेल्टा वेरिएंट चिंता का विषय बन रहा है। केरखोव ने एक सोशल मीडिया इंटरेक्शन के दौरान कहा, "डेल्टा अधिक पहले से ज्यादा खतरनाक और ताकतवर हो गया है और वह बाकी वेरिएंट के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा है, यह अन्य वायरस की जगह ले रहा है।"
दुनियाभर के 185 देशों में डेल्टा वेरिएंट का पता लगाया जा चुका है। डेल्टा वेरिएंट ने भारत में कोरोना की दूसरी लहर में बहुत तबाही मचाई है। डेल्टा वेरिएंट की वजह से कोरोना के मामले भारत में बहुत अधिक बढ़ गए थे और अमेरिका से भी ज्यादा कोविड-19 के मामले हो गए थे।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि डेल्टा वेरिएंट अल्फा, बीटा, गामा के साथ-साथ तीन अन्य वेरिएंट एटा, इओटा और कप्पा पर भी भारी पड़ रहा है। डेल्टा वेरिएंट यह दिखाता है कि वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य का खतरा अभी कम नहीं हुआ है। जोखिम अब भी बरकरार है।