कौन हैं TMC नेता अनुब्रत मंडल , जिन्हें पशु तस्करी मामले में CBI ने किया गिरफ्तार
कौन हैं TMC नेता अनुब्रत मंडल , जिन्हें पशु तस्करी मामले में CBI ने किया गिरफ्तार
कोलकाता, 11 अगस्त: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी सहयोगी और तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2020 के मवेशी तस्करी मामले में गुरुवार (11 अगस्त) को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले सीबीआई ने अनुब्रत मंडल को कम से कम 10 बार तलब किया था। लेकिन अनुब्रत मंडल ने हर बार स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का हवाला देते हुए पेश होने से मना कर दिया। पशु तस्करी मामले की जांच के तहत केंद्रीय एजेंसी इससे पहले उनसे दो बार पूछताछ कर चुकी है।
कौन है अनुब्रत मंडल?
61 वर्षीय अनुब्रत मंडल टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के करीबी सहयोगियों में से एक कहा जाता है। अनुब्रत मंडल का बीरभूम में काफी प्रभाव है और उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद की। बीरभूम की 11 विधानसभा सीटों में से टीएमसी के पास फिलहाल 10 सीटें हैं।
ममता बनर्जी के वफादार हैं अनुब्रत मंडल
प्यार से अनुब्रत मंडल को 'केशतो दा' कहा जाता है, वो ममता बनर्जी के पक्के वफादार हैं। पार्टी सुप्रीमो के प्रति उनकी वफादारी का इनाम तब मिला जब उन्हें टीएमसी की राष्ट्रीय कार्य समिति में जगह दी गई। अनुब्रत मंडल ने ही 'खेला होबे' नारा को लोकप्रिय बनाया था, जो टीएमसी की लड़ाई का नारा 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में बहुत मशहूर हुआ। और ममता की पार्टी ने भारी बहुमत से चुनाव जीता।
अनुब्रत मंडल ने नहीं लड़ा कोई चुनाव
दिलचस्प बात यह है कि तीन दशक से अधिक समय तक राजनीति में रहने के बावजूद अनुब्रत मंडल ने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा। वह पर्दे के पीछे काम करना पसंद करते हैं, और टीएमसी की विस्तार रणनीति पर विचार-मंथन करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं।
विवादों से है अनुब्रत मंडल का पुराना नाता
अनुब्रत मंडल का विवादों से पुराना नाता है। उन्हें ध्रुवीकरण करने वाले बयान देने के लिए जाना जाता है और उन्होंने कई मौकों पर पुलिस को धमकाया और टीएमसी कार्यकर्ताओं को उन पर 'बम फेंकने' के लिए उकसाया भी है। अनुब्रत मंडल पर अपने संरक्षण में कई गुंडों को पनाह देने का भी आरोप है। कथित तौर पर उसके बीरभूम इलाके में रेत खनन, पत्थर उत्खनन और पशु तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों से भी संबंध हैं।
इस बीमारी से पीड़ित हैं अनुब्रत मंडल
अनुब्रत मंडल ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ भी हिंसा की धमकी दी है। 2018 के पंचायत चुनाव के दौरान अनुब्रत मंडल ने मीडिया से कहा, ''विपक्षी नेता जब नामांकन दाखिल करने जाएंगे तो विकास सड़क किनारे खड़ा हो जाएगा।'' यह उस वक्त का एक संकेत था कि उनके गुंडे उम्मीदवारों की प्रतीक्षा कर रहे होंगे। सीबीआई ने इससे पहले बंगाल में चुनाव बाद हिंसा मामले में पूछताछ के लिए अनुब्रत मंडल को तलब किया था। उन्होंने गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया था, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया था। अनुब्रत मंडल हाइपोक्सिया से पीड़ित है, जिसके लिए वह अपने साथ ऑक्सीजन सिलेंडर ले जाता है।