एक बार फिर 'लापता' हुए राहुल गांधी, कांग्रेस में खलबली!
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में बीजेपी के हाथ छीनने के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता जोश में हैं। राहुल गांधी की अध्यक्षता में पार्टी को मिली चुनावी जीत के बाद 'परसेप्शन' के हिसाब से काफी कुछ बदला है। नंबर एक- अब कोई यह कहने को तैयार नहीं कि 2019 में बीजेपी मोदी लहर के दम पर 2014 की तरह सत्ता में लौट आएगी। नंबर दो- राहुल गांधी के बदले तेवर से कांग्रेसियों को उनमें भविष्य का पीएम दिख रहा है। जिस प्रकार से गुजरात में कांग्रेस ने बीजेपी को टक्कर दी, पंजाब में सत्ता हसिल की, कर्नाटक, एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत की कहानी लिखी, उसने राहुल गांधी के नाम के साथ चिपका 'पप्पू' टैग हटा दिया। दूसरी ओर एक साथ तीन राज्यों की सत्ता गंवाने के बाद मोदी सरकार अब फुल स्विंग में है। सवर्ण आरक्षण से लेकर किसानों के लिए सरप्राइज तक जोरदार तैयारी चल रही है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में उतर रहे हैं। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता की मेगा रैली में 23 पार्टियों को एक मंच पर लाकर जबर्दस्त शक्ति प्रदर्शन किया। 2019 लोकसभा चुनाव की इस शुरुआती रेस में कांग्रेस थोड़ी पिछड़ती दिखाई दे रही है। कारण यह है कि पार्टी के मुखिया राहुल गांधी एक बार फिर पुरानी मजबूरी के शिकार हो गए हैं। मतलब राहुल गांधी एक बार फिर लापता हो गए हैं। बार-बार राजनीति के मैदान से 'छुट्टियां' लेने की इसी आदत के चलते विपक्ष उन्हें 'पार्ट टाइम पॉलिटिशन' जैसी संज्ञा दे चुका है। बहरहाल, हर बार की तरह इस बार भी किसी को पता नहीं है कि आखिर राहुल गांधी कहां गए हैं? हां, इतना जरूर पता है कि वह कब से गायब हुए हैं।
11 जनवरी को दुबई में था कार्यक्रम, उसके बाद से 'लापता' हैं राहुल गांधी, पार्टी में नाराजगी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 11 जनवरी को दुबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करने गए थे। इसके बाद 12 और 13 तारीख को उन्होंने शारजाह और अबु धाबी के कुछ नेताओं के साथ मुलाकात की तस्वीरें फेसबुक पर डाली। इसी बीच उत्तर प्रदेश से खबर आई कि मायावती और अखिलेश यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव में गठबंधन का ऐलान कर दिया है और कांग्रेस के लिए सिर्फ दो सीटें- अमेठी और रायबरेली छोड़ी हैं। इस गठबंधन पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया भी दी थी, लेकिन दुबई जाने के बाद से राहुल गांधी के बारे में कोई खबर नहीं है। न तो वह किसी कार्यक्रम में ही दिखाई दिए और न ही उनकी कोई प्रतिक्रिया आई। वैसे राहुल गांधी इस तरह से पहली बार गायब नहीं हैं, लेकिन तब वह अध्यक्ष नहीं थे। अब वह कांग्रेस अध्यक्ष हैं और उनके इस तरह लापता होने से पार्टी का एक वर्ग नाराज भी है।
राहुल गांधी की वैकेशन पर क्या कह रहे हैं कांग्रेस नेता, पढ़ें
वेबसाइट 'द प्रिंट' ने कुछ कांग्रेस नेताओं के हवाले से लिखा है कि पार्टी का एक वर्ग इस तरह लापता होने की वजह से राहुल गांधी से नाराज है। पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं। इधर, 2019 के लिए कांग्रेस के संभावित सहयोगी राहुल गांधी के आने का इंतजार कर रहे हैं। वह आएं तो जल्दी से सीट समझौते पर बात हो और मामला आगे बढ़े। पार्टी के एक नेता ने तो यहां तक कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के बार-बार विदेश में छुट्टियां मनाने को बीजेपी भुनाती है। वह राहुल गांधी को नॉन सीरियस लीडर बताकर प्रचार करती है। कांग्रेस नेताओं से जब पूछा गया कि आखिर राहुल गांधी कहां गए हैं, तो सबने यही कहा कि उन्हें कोई आइडिया नहीं है। हां, उन्हें बस इतना बताया गया है कि लोकसभा चुनाव प्रचार से पहले राहुल गांधी छुट्टियां मनाने गए हैं।
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ट्वीट लगातार कर रहे हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी का विदेश में छुट्टियां मनाने का मुद्दा पहले भी कई बार राजनीतिक चर्चा के केंद्र में रहा है। इसके बाद उन्होंने थोड़ी गंभीरता दिखाते हुए ट्विटर पर अपने फॉरेन विजिट के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया था, लेकिन इस बार उन्होंने ट्विटर पर भी कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि, वह ट्वीट लगातार कर रहे हैं।