छेड़खानी की पीडि़ता ने सुनाई आपबीती- कोर्ट में पूछा जाता है कैसे ड्रेस पहन रखे थे, किस रंग का था स्वेटर
बेंगलुरू। ऐसा कहा जाता है कि रेप या छेड़खानी की शिकार महिला जब न्याय के लिए कानून का सहारा लेती है तो न्यायालय में उसके साथ दोबारा छेड़खानी होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोर्ट में उससे ऐसे-ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जिसका जवाब देना छेड़खानी जैसा ही होता है। ताजा मामला बेंगलुरू में छेड़खानी की शिकार हुई एक महिला के साथ ही हुआ है। अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक कोर्ट में उससे सवाल पूछा गया कि जब छेड़खानी हुई तो उस वक्त उसने कैसे कपड़े पहन रखे थे। क्या उस वक्त बारिश हो रही थी? स्वेटर पहना था तो वह किस रंग का था? विस्तार से जानिए पूरा मामला
पहले जान लीजिए पूरा मामला
घटना 2014 में एयरलाइंस होटेल के पास हुई थी। पीड़ित महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी। उस दिन वह शाम 8 बजकर 20 मिनट पर पास में बाइक पर बैठे कुरियर डिलिवरी करने वाले शख्स से आगे ही बढ़ रही थीं। इसी दौरान अचानक महिला को उस शख्स ने पीछे से पकड़ लिया। पीड़ित महिला ने अपने आपको छुड़ाने की भरसक कोशिश की। इस दौरान उन्होंने अपने पैर से गाड़ी के टायर पर भी मारा, गाड़ी नंबर को गौर से देखा लेकिन जल्द ही उस शख्स ने गाड़ी को किक मारकर स्टार्ट किया और फर्राटा भरते हुए भाग निकला। ऐसा होते वक्त बारिश शुरू हो चुकी थी।
न्याय चाहिए तो जवाब देने होंगे
छेड़खानी की घटना के बाद पीडि़ता हिम्मत नहीं हारी। उसने तय किया कि वह इस केस को उसके मुकाम तक पहुंचा कर रहेंगी। पीडि़ता का कहना है कि 'आपके पास विकल्प है। कोर्ट में आपकी निजी जिंदगी को घसीटा जाता है, अपमानित किया जाता है यदि आप इनके खिलाफ खड़े होते हैं। आपके पास चुप रहने का भी विकल्प है और चुप रहकर होने दीजिए खुद का बलात्कार।'
पूछे जा रहे थे अजीबो-गरीब सवाल, मैं गुनहगार की तरह खड़ी थी
पीड़िता ने बताया, 'मैं अपने दोस्त से बात कर रही थी कि अंदर क्या पूछा जाएगा। उसने मजाक में कहा कि वे मुझसे पूछेंगे कि मैंने क्या पहना हुआ था, जब मुझे उस शख्स ने घसीट लिया। हम इस बात पर हंसने लगे। लेकिन क्या आपको पता है कि क्रॉस एग्जामिनेशन के दौरान मुझसे वही पहला सवाल पूछा गया। मैं इस पर विश्वास नहीं कर पा रही थी। मैं बहुत गुस्से में थी। मैं अभियुक्त के वकील की तरह देख रही थी कि वह मुझसे सवाल पूछ रहा है। उस दौरान मेरी ओर से वकील और जज भी मौजूद थे।