युवाओं के लिए Idea-Innovation और जोखिम लेने का जज्बा के अलावा क्या जरूरी है ? पीएम मोदी ने MKB में बताया
नई दिल्ली, 28 नवंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में युवाओं और स्टार्ट-अप के मसले पर काफी विस्तार से बात की है। उन्होंने कहा है कि युवा अगर किसी चीज को ठान लें तो चमत्कार हो सकते हैं। उन्होंने यूनिकॉर्न पर चर्चा की है और एक युवा उद्यमी से बात किया है, जिसने कॉलेज के अपने दिनों के छोटे से प्रयोग से प्रदूषण कम करने और उत्सर्जन घटाने की दिशा में देश को नहीं राह दिखाई है। पीएम मोदी के मुताबिक आज भारत यूनिकॉर्न के क्षेत्र में पूरी दुनिया में ऊंचाइयों पर है।(तस्वीर सौजन्य-एआईआर न्यूज अलर्ट के ट्वीट से)
'स्टार्ट-अप
में
विश्व
का
नेतृत्व
कर
रहा
है
भारत'
पीएम
मोदी
ने
'मन
की
बात'
के
83वें
एपिसोड
में
स्टार्ट-अप
की
दुनिया
में
देश
के
बढ़ते
सामर्थ्य
का
जिक्र
करते
हुए
कहा
है
कि
"सही
बात
है,
यह
स्टार्ट-अप
का
युग
है,
और
ये
भी
सही
है
कि
स्टार्ट-अप
की
दुनिया
में
आज
भारत
विश्व
में
एक
प्रकार
से
नेतृत्व
कर
रहा
है।
साल-दर-साल
स्टार्ट-अप
को
रिकॉर्ड
निवेश
मिल
रहे
हैं।
ये
क्षेत्र
बहुत
तेज
रफ्तार
से
आगे
बढ़
रहा
है।
यहां
तक
कि
देश
के
छोटे-छोटे
शहरों
में
भी
स्टार्ट-अप
की
पहुच
बढ़ी
है।
"
इसके
बाद
उन्हों
यूनिकॉर्न
के
बारे
में
कहा
की
इस
शब्द
की
खूब
चर्चा
हो
रही
है।
उन्होंने
यह
भी
बताया
कि
यूनिकॉर्न
एक
ऐसा
स्टार्ट-अप
होता
है,
जिसका
वैल्युएशन
कम
से
कम
एक
बिलियन
डॉलर
या
लगभग
7,000
करोड़
रुपये
से
अधिक
होता
है।
यूनिकॉर्न
के
क्षेत्र
में
भारत
की
उड़ान
प्रधानमंत्री
के
अनुसार
2015
तक
देश
में
मुश्किल
से
9
या
10
यूनिकॉर्न
होते
थे।
लेकिन
आज
देश
में
70
से
ज्यादा
यूनिकॉर्न
हो
चुके
हैं
और
दुनिया
में
भी
भारत
को
इस
क्षेत्र
में
अच्छी
ऊंचाई
मिल
रही
है।
उनके
मुताबिक
बीते
10
महीनों
से
तो
कोविड
के
बावजूद
हर
10
दिन
में
एक
यूनिकॉर्न
बने
हैं।
यह
इसलिए
संभव
हुआ
है
कि
स्टार्ट-अप
को
देशी
विदेशी
निवेशकों
का
साथ
मिल
रहा
है।
जबकि
कुछ
वर्ष
पहले
इसकी
कल्पना
भी
नहीं
की
जा
सकती
थी।
Recommended Video
युवा
उद्यमी
मयूर
पाटिल
से
की
बात
इसके
बाद
उन्होंने
प्रदूषण
की
समस्या
के
निपटारे
की
दिशा
में
काम
करने
वाले
मयूर
पाटिल
से
फोन
पर
बात
की।
उन्होंने
पीएम
मोदी
को
बताया
कि
कॉलेज
के
दिनों
में
उन्होंने
अपनी
मोटरसाइकिल
की
माइलेज
कम
करने
और
एमिशन
घटाने
के
लिए
एक
प्रयोग
किया
था,
जो
सफल
रहा
और
2017-18
में
उन्होंने
उस
तकनीक
का
इस्तेमाल
10
बसों
में
किया
और
उसका
एमिशन
40फीसदी
कम
कर
दिया।
पाटिल
ने
बताया
कि
अब
उन्होंने
स्टार्ट-अप
इंडिया
के
तहत
नीति
आयोग
से
अटल
न्यू
इंडिया
चैलेंज
से
90
लाख
रुपये
का
अनुदान
लेकर
फैक्ट्री
शुरू
की
है,
जहां
पर
एयर
फिल्टर्स
का
निर्माण
करेंगे।
टू-स्ट्रोक
मोटरसाइकिल
पर
उन्होंने
जो
प्रयोग
की
शुरुआत
की
थी,
उससे
माइलेज
में
14
किलोमीटर
(माइलेज
में
करीब
10
फीसदी
बढ़ोतरी
हुई
थी)का
इजाफा
हुआ
था
और
कार्बन
एमिशन
35-40
फीसदी
घटा
था।
ये
तीन
चीजें
मिलती
हैं
तो
चमत्कार
हो
जाते
हैं-पीएम
मोदी
दरअसल,
पीएम
मोदी
ने
यह
बताने
की
कोशिश
है
कि
जिस
तरह
से
भारत
एक
युवा
देश
है
यानी
जहां
युवाओं
की
जनसंख्या
ज्यादा
है,
उसमें
तीन
चीजों
पर
ध्यान
दे
दिया
जाए
तो
कई
समस्याओं
का
निदान
मिल
सकता
है।
प्रधानमंत्री
मोदी
के
शब्दों
में,
"युवाओं
से
समृद्ध
हर
देश
में
तीन
चीजें
बहुत
मायने
रखती
हैं।
और
वही
कभी-कभी
युवा
की
सच्ची
पहचान
बन
जाती
है।
पहली
चीज
है
-
आइडिया
और
इनोवेशन।
दूसरी
है
-
जोखिम
लेने
का
जज्बा
और
तीसरी
है,
कैन
डू
स्पिरिट
यानी
किसी
भी
काम
को
पूरा
करने
की
जिद्द,
चाहे
परिस्थितियां
कितनी
भी
विपरीत
क्यों
ना
हों
-
जब
ये
तीनों
चीजें
आपस
में
मिलती
हैं
तो
अभूतपूर्व
परिणाम
मिलते
हैं.....
चमत्कार
हो
जाते
हैं।"